कौशांबी! उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में नहीं रुक रहा है! भ्रष्टाचार एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिकास कार्य को चाहे वह शौंचालय हो, या फिर आवास गरीब जनता तक पहुंचाने का संकल्प लिया है! वही उनके संकल्प को तोड़कर लोगों तक पहुंचाने के लिए कोई कोर कसर नही छोंड़ रहे हैं! लेकिन यहाँ मौजूद एक से बढ़कर एक धुरन्धर अधिकारी बैठे है! उनके ही बिकास में आये धन को गरीब जनता तक नहीं पहुंचने की कसमें खाने में पीछे नहीं हैं!
यहाँ पर बताना जरूरी होगा कि नेवादा ब्लॉक के लोधउर गाँव में शौंचालय में बड़ी धांधली देखने को मिल रही है! बल्कि यह कहें कि ग्राम प्रधान व ग्राम बिकास अधिकारी व उच्च अधिकारियों की सांठ गांठ के चलते यहाँ पर महज 10% गरीब जनता को देकर 90% रकम खुद की जेब में भर लिया गया है! अब सवाल इस बात का उठ रहा है कि ग्रामीणों के शिकायत करने के बावजूद भी इस लोधउर गाँव की आज तक कोई भ्रष्टाचार की जांच नहीं हुई! यह उच्च अधिकारियों के लिए एक सवाल है!
अब लोगों के जेहन में बात कोंध रही है कि क्या इतना बड़ा घोटाला होने के बावजूद भी उच्च अधिकारी जांच करने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं और अगर इसकी निष्पक्ष जाँच हुई तो ये तय है! इसमें संलिप्त लोगों के ऊपर कार्यवाही होना तय है अब देखना यह है कि इस भ्रष्टाचार की जांच होती है या फिर संलिप्त लोग अपनी ही तिजोरी भरते रहेंगे!
संत लाल मौर्या
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