मुंबई। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटे जीतने वाली पार्टी बीजेपी को राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया है। लेकिन बिना शिवसेना के 105 विधायकों के साथ खड़ी बीजेपी के लिए बहुमत के लिए जरूरी 145 का आंकड़ा जुटा पाना मुश्किल हैं। ऐसे में शिवसेना और एनसीपी द्वारा सरकार के गठन की बात भी सामने आई है। कांग्रेस शिवसेना औऱ एनसीपी को बाहर से समर्थन देगी यह खबर भी सूत्रों के हवाले से सामने आई है।
लेकिन रविवार को कांग्रेस पार्टी के नेता मिलिंद देवड़ा ने भी राज्य में एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की बात कही। हालांकि मिलिंद देवड़ा ने यह नहीं बताया कि कांग्रेस-एनसीपी के कुल विधायक मिलकर भी बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पा रहे है फिर सरकार कैसे बनाएंगे? मिलिंद देवड़ा ने अपने ट्वीट में लिखा। 'महाराष्ट्र के राज्यपाल को एनसीपी और कांग्रेस को सरकार बनाने का न्योता देना चाहिए। क्योंकि बीजेपी-शिवसेना ने मिलकर सरकार बनाने से मना कर दिया है। तो ऐसे में एनसीपी और कांग्रेस राज्य में दूसरे सबसे बड़े गठबंधन हैंं।
बता दें कि महाराष्ट्र में राजभवन से बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता तो भेजा जा चुका है लेकिन बीजेपी अभी तक संख्या को लिए आश्वस्त नहीं है। ऐसे में बहुमत साबित करने से पहले पार्टी अभी तक यह निर्णय नहीं ले पाई है कि राजभवन के न्योते पर क्या जवाब भेजा जाए। वहीं दूसरी तरफ ऐसा बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार में साझा सरकार बनाने को लेकर बात लगभग बन गई है और शिवसेना और एनसीपी की साझा सरकार को कांग्रेस का बाहर से समर्थन होगा। खबर यह भी है कि अंतिम निर्णय एक दो दिन में होने की संभावना हैै।
महाराष्ट्र मे शिवसेना को समर्थन देकर एनसीपी और कांग्रेस प्रदेश में नई सरकार बनाने के फार्मूले पर बात बन गई है।
ऐसी भी खबर है कि शरद पवार और सोनिया गांधी सोमवार तक इस नये गठबंधन पर मुहर लगा सकते है। आज जयपुर मे ठहरे महाराष्ट्र के कांग्रेस के विधायकों की शिवसेना की अगुआई में सरकार बनाने की राय लेकर पार्टी सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपेगी और कांग्रेस आला कमान इस पर आखिरी फैसला लेगा।
सूत्रों के अनुसार मंगलवार को एनसीपी की बैठक मे शरद पवार शिवसेना को समर्थन देने के पार्टी के फैसले पर नवनिर्वाचित विधायकों की राय लेंगे। गवर्नर ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता भेजा है बीजेपी को राजभवन को सोमवार शाम तक सरकार बनाने को लेकर जवाब देना है। बीजेपी के ऐसा ना कर पाने की हालत मेँ शिवसेना की अगुवाई मे एनसीपी और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा ठोंकने की तैयारी पूरी कर चुकी है।
वर्तमान में शिवसेना के 56 विधायक हैं और उसके पाल 7 निर्दलीय का समर्थन है। ऐसे में शिवसेना के पास कुल विधायक 63 विधायकों का समर्थन है। वहीं एनसीपी के 54 विधायक हैं और उसके पास कांग्रेस के 44 विधायकों का साथ है। ऐसे में कुल विधायकों का संख्या बल 63+54+44=162 हो जाता हैै। खबर यह भी है कि एक से दो दिन में शरद पवार सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे और 12 नवम्बर को पार्टी के विधायकों को संबोधित कर महाराष्ट्र में नई सरकार का ऐलान करने की तैयारी में है।
रविवार, 10 नवंबर 2019
शिवसेना-एनसीपी को कांग्रेस देगी समर्थन
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