आधी रोटी के लिए 12 साल की मासूम बच्ची ने अपने आप को किया आग के हवाले
शाहजहांपुर ! आधी रोटी के लिए 12 साल की मासूम बच्ची ने अपने आप को किया आग के हवाल ! इक्कसवीं शदी में अभी भी भारत बना गरीबी व भुखमरी का सबब एक मासूम बच्ची ने भूखमरी के चलते खुद पर केरोसिन डालकर किया आग के हवाले ग्रामीणों ने आग बुझाकर एम्बुलेंस से भेजाl
जिला अस्पताल जहाँ गरीबी के चलते नही हो पाया इलाज 70 प्रतिशत जली मासूम घर पर कर रही मौत का इंतजार नही ले रहा कोई सुध! भूंख की तड़प एक भूँखा ही जाने भूंख की दर्द नही हुई बर्दाश्त तो आधी रोटी के लिए छात्रा ने अपने आप को आग के हवाले कर दिया ऐसी जिंदगी जीने से मौत को ग़ल लगा लेना सायद बेहतर समझाl
आपको बताते चले कि ताजा मामला राजधनी लखनऊ से सटे हुए महज 80 किलोमीटर दूर स्थिति जनपद सीतापुर ब्लाक सकरन के मजलिसपुर गांव का हैl जहाँ एक राकेश नाम का व्यक्ति रहता हैl जिसके 3 बच्चे है एक सबसे छोटा है 2 स्कूल गए हुए थे पिता किसी के खेत मे काम करने गया था 12 साल की मासूम बच्ची अपने स्कूल से लौटने के बाद घर पहुची जहा उसे अपने ही घर में एक रोटी ही मिली जिसमे एक छोटा भाई भी था l
बड़ी बहन का कहना था कि एक रोटी को आधी आधी दोनों खा लेते हैं लेकिन भाई ने पूरी एक रोटी खा लिया जब बहन को अपनी भूख बर्दास्त नही हुई तो मासूम ने अपने आप को घर मे रखा केरोसिन डालकर आग के हवाले कर दियाl करती भी क्या घर मे एक भी अन्न का दाना नही था परिवार गरीबी के हालातों से जूझ रहा है लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई लाभ नही मिला है! आग से जल जाने के बाद मासूम को ग्रामीणों की मदद से एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुँचाया गया जहाँ डॉक्टर ने उसे भर्ती कर लिया गया लेकिन बच्ची लगभग 70 प्रतिसत जल चुकी थीl तो सरकारी डाक्टर ने कुछ दवा बाहर से लाने को कहा लेकिन इस गरीब के पास एक भी पैसा नही था पीड़ित पिता को भी कई दिन से खाना नही मिला था यही से मन नही भरा था कि घर मे भी दो बच्चे भूख से तड़प रहे थे l
जिसके बाद गरीब परिवार ने अपनी 70 फीसदी जली बेटी को बिना किसी को बताए ही लेकर घर वापस चला गया और गांव में पड़ोसियों से मांग कर बच्चों को एक रोटी का जुगाड़ कियाl लेकिन अपनी बेटी को गरीबी के चलते अपने घर मे ही मरने के लिए छोड़ दिया है! राकेश पीड़ित पिता बताई कहानी यहीं खत्म नही हुई, अभी तक कई दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद या इलाज नही मिल सका है l
अब पूरा परिवार भुखमरी की कागार पर खड़ा है 70 फीसदी जली मासूम बच्ची जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है लेकिन प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है अब देखना है कि इस गरीब का परिवार किस तरह चलेगा या एक गरीब पिता अपनी मासूम को अपनी आँखों के सामने मरते देखेंगा या प्रशासन की नींद खुलेगीl जो उसे भी एक रोटी मिलेगी वही पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल है लेकिन इनकी फरियाद सुनने वाला कोई नही हैl
आदर्श श्रीवास्तव
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