मंगलवार, 19 नवंबर 2019

नगर-निगम का किया गया औचक निरीक्षण

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी के द्वारा नगर-निगम गाजियाबाद के विकास कार्यों में गतिशीलता लाने तथा जनता की शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं तत्काल निस्तारण किए जाने के संदर्भ में औचक निरीक्षण किया गया। मुख्य सचिव द्वारा अपने निरीक्षण के दौरान पुरानी सब्जी मंडी में पहुंचकर स्थलीय तरह निरीक्षण किया जहां पर सफाई व्यवस्था मानकों के अनुसार नहीं पाई गई और वहां पर कूड़े एवं पॉलिथीन के ढेर लगे हुए नजर  आए। तत्पश्चात मुख्य सचिव नगर आयुक्त के कार्यालय पहुंचे जहां पर मुख्य सचिव आर के तिवारी के द्वारा सार्वजनिक शौचालय को चेक किया गया। कार्यालय में शिकायत कर्ताओं के लिए कोई बोर्ड लगा हुआ नहीं पाया गया। शिकायत कक्ष पहुंचने पर वहां पर आगंतुकों के लिए टूटी हुई कुर्सियां रखी हुई पाई गई जिस पर मुख्य सचिव के द्वारा नाराजगी प्रकट की गई। शिकायत कक्ष में पंजिका का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव द्वारा तीन शिकायत कर्ताओं से फोन पर बात की गई जिसमें दो शिकायत कर्ताओं के द्वारा अपनी समस्या का निस्तारण न होने के संबंध में मुख्य सचिव को जानकारी दी गई। मुख्य सचिव द्वारा इस अवसर पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मौके पर ही सेनेटरी इंस्पेक्टर सतीश एवं विद्युत इंस्पेक्टर विशंभर शर्मा को मौके पर ही निलंबित करने के निर्देश दिए गये। तत्पश्चात मुख्य सचिव द्वारा नगर निगम के द्वारा संचालित किए जा रहे विकास कार्यक्रमों की गहनता के साथ समीक्षा की गई, जिसमें उन्होंने पाया कि अवस्थापना विकास निधि एवं 14 वें वित्त आयोग के माध्यम से जो विकास कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं उनका रखरखाव पंजिका में अधिकारीगण सही प्रकार से नहीं कर रहे हैं तथा विकास कार्य का संपन्न होने के बाद भुगतान भी निर्धारित समय अवधि के भीतर नहीं पाया गया उन्होंने गहन समीक्षा के दौरान यह भी पाया कि वर्ष 2019-20 में जो विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं उनमें अभी तक कार्य प्रारंभ भी नहीं किया गया है, जिस पर मुख्य सचिव के द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गये। वहीं दूसरी ओर मौके पर उपस्थित नगर आयुक्त दिनेश चंद को आगामी एक माह के भीतर सभी कार्य को ठीक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम के माध्यम से जो विकास कार्य संपादित किए जा रहे हैं उनका सही रखरखाव सुनिश्चित किया जाए तथा जो कार्य स्वीकृत है उनको निर्धारित समय अवधि के भीतर पूर्ण करने की कार्रवाई सभी विभागीय अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित की जाए। मुख्य सचिव ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री की स्पष्ट मंशा है कि जनता की समस्याओं एवं शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए उनका निराकरण करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अतः नगर निगम में जो शिकायतें दर्ज हो उनका निस्तारण संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित किया जाए ताकि सरकार एवं शासन की मंशा का लाभ जनता को प्राप्त हो सके। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह नगर आयुक्त दिनेश चंद तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।


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