चूरू! मामूली विवाद में गढाणी जोहड़ी के एक मंदिर पुजारी को तीन युवकों ने लाठी- डंडों से पीट पीटकर मार डाला। पुलिस ने दो नामजद सहित तीन युवकों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार गांव गढाणी जोहड़ी के बालाजी मंदिर में साधू हंसपुरी रहते थे। वो मंदिर में पूजा पाठ करते थे। गुरुवार को दिन में उनका दो लड़कों से किसी बात पर झगड़ा हो गया। हालांकि थोड़ी कहासुनी के बाद मामला शांत हो गया और दोनों लड़के वहां से चले गए।
पुलिस के अनुसार रात में 10 बजे के करीब लड़के फिर वहां पहुंचे। इसके बाद इन दोनों लड़कों के साथ एक अपरिचित लड़का भी था। तीनों की बाबा से कहासुनी होने लगी। इसी बीच इन तीनों ने हाथ में पकड़े लाठी व डंडों से साधू को पीटना शुरू कर दिया। तीनों साधू को तब तक पीटते रहे, जब तक वो अचेत होकर जमीन पर नहीं गिर पड़ा।
इसी बीच साधू की चीख पुकार सुनकर आसपास रहने वाले लोग मंदिर में पहुंचे। जहां उन लोगों ने साधू को लहूलुहान पाया। उन लोगों ने साधू को पीएचसी पहुंचाया। जहां से साधू को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों से घटना की जानकारी जुटाई और साधु के शव का पोस्टमार्टम कराया। वहीं, हिसार के डेरा खरड़ मठ के महंत जगतपुरी के बयान पर बहल के दो नामजद एवं अन्य युवकों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। जगतपुरी ने पुलिस को बताया कि हंस पुरी उनका गुरूभाई था और बहल के बालाजी मंदिर में रहता था। उनकी शिकायत पर पुलिस ने बहल के बबलू, सुनील तथा एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। जांच अधिकारी राजबीर ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
डेढ साल पहले आया था हंसपुरी आश्रम में
राजस्थान की सीमा से सटे बहल कस्बे में एक कच्चा रास्ता राजस्थान के चुरू जिले के भोजाण गांव को जाता है। इसी रास्ते पर बालाजी का मंदिर बना हुआ है और इसी के पास दो कमरे बने हुए है। जिसमें हंसपुरी रहता था। वह पिछले करीब डेढ़ साल से यहां रह रहा था। जिसके पास लोगों का आना जाना था। लोगों ने बताया कि इससे पहले साधू के साथ किसी के विवाद की बात नहीं सुनी और अचानक हुई इस वारदात से लोग सन्न है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि साधू की आंख, छाती व कंधों पर चोट के निशान है। जिससे यह लगता है कि आरोपियों ने साधू को बेरहमी से पीटा है। घटना की जानकारी पर पहुंचे ढाणा जोगी आश्रम के महंत बाबा केशवनाथ तथा बहल अलख आश्रम के विकास गिरी ने घटना को निंदनीय बताया।
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