शुक्रवार, 8 नवंबर 2019

खुशी के साथ चुनौती के भी अवसर:निशंक

विक्रम सिंह यादव
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू का आठवां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को स्वतंत्रता भवन में आयोजित किया गया। समारोह में केन्द्रीय मंत्री, मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों को बधाई देते हुए कहाँ की ख़ुशी के साथ चुनौती के अवसर हैं। इसे स्वीकारते हुए आगे बढ़ते रहे। निशंक ने कहाँ की भारत ज्ञान, विज्ञानं और अनुसन्धान वाला देश हैं। पूरी दुनिया की नज़र टिकी हुई हैं। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी हैं कि ज्ञान-विज्ञान के शिखर को चूमने के लिए आगे बढ़ते रहें। वही संस्थान के निदेशक और संचालक मंडल के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने मेधावियों को उपाधि, पदक और पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इलेक्ट्राॅनिक अभियांत्रिकी के छात्र विभोर बंसल ने सर्वाधिक दस स्वर्ण पदक, एक रजत और तीन पुरस्कार पाकर अपनी मेधा का परचम लहराया। वहीं रसायनिक अभियांत्रिकी की छात्रा एलेश्वरपु श्रावणि को छह स्वर्ण पदक और दो पुरस्कार मिला।
इसके अतिरिक्त संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग की आयुषी जैन व यांत्रिक अभियांत्रिक विभाग के मलय सागर को चार स्वर्ण और एक पुरस्कार, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के अक्षांश चंद्रवंशी को चार स्वर्ण और दो पुरस्कार, जानपद अभियांत्रिकी विभाग के जितेंद्र को दो स्वर्ण और दो पुरस्कार, खनन अभियांत्रिकी विभाग के धनुषमन्थ येनुगु को तीन स्वर्ण, फार्मास्यूटिकल अभियांत्रिकी विभाग के देवराज गुर्जर को दो स्वर्ण और एक पुरस्कार मिला। जबकि सिविल विभाग के सक्षम जैन और यांत्रिक अभियांत्रिक विभाग के सागर श्रीवास्तव और गुलशन वर्मा को दो-दो स्वर्ण पदक मिले।समारोह में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1282 मेधावी छात्रों को उपाधि प्रदान की गई। इसमें754 बीटेक, 197 आईडीडी/आईएमडी, 252 एमटेक/एमफार्मा और 79 शोध छात्र शामिल रहे। दीक्षांत समारोह में विविध पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले कुल 54 स्नातकों को विभिन्न श्रेणियों में 81 पदक 17 पुरस्कार प्रदान किये गए। संस्थान में प्रेसीडेंटस स्वर्ण पदक देने की परंपरा वर्ष 2018 में आरंभ की गई थी। इस वर्ष बीटेक, कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग की छात्रा श्रुति राजलक्ष्मी यह पदक को पाने वाली संस्थान की पहली छात्रा बनीं। साथ ही धातुकीय अभियांत्रिकी विभाग के साई पवन एस.एन. को सभी बीटेक स्नातकों के बीच उत्कृष्ट आॅल राउंड प्रदर्शन और उत्कृष्ट संगठनात्मक क्षमताओं एवं नेतृत्व गुणों के लिए निदेशक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।पुरस्कार वितरण का संचालन संस्थान के कुलसचिव डाॅ. एसपी माथुर और अनुंसधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने किया। इससे पहले समारोह का शुभांरभ मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण और कुलगीत के साथ हुआ। दीक्षांत समारोह के आरंभ की घोषणा संस्थान के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने की और संस्थान की उपलब्धि की आख्या पढ़ी। दीक्षांत के मुख्य अतिथि मानव संसाधन एवं विकास मंत्री डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक कहा कि टेक्नोलाॅजी में आगे बढ़ने के लिए इनोवेशन बहुत जरूरी है। 21वीं सदी में तकनीकी के साथ-साथ इनोवेशन को लेकर चलने से ही देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।


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