नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई भारतीय पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी के मामले को लेकर गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार का इस मामले में व्हाट्सएप से सवाल करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से यह पूछने की तरह ही है कि राफेल विमान सौदे में किसने पैसे बनाए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'सरकार व्हाट्सएप से पूछ रही है कि भारतीय नागरिकों की जासूसी के लिए पेगासस का इस्तेमाल किसने किया। यह ठीक उसी तरह है कि मोदी दसाल्ट से पूछ रहे हैं कि राफेल विमान सौदे में किसने पैसे बनाये।'
दरअसल, फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी वॉट्सऐप ने कहा है कि इजरायल के स्पाईवेयर 'पेगासस' के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयों की वैश्विक स्तर पर जासूसी की गई। भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं। इस विवाद पर गृह मंत्रालय ने कहा है कि सरकार नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और नागरिकों की निजता के उल्लंघन की खबरें भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश है।
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