शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

दक्षिण कश्मीर में हिंसा से असमंजस बड़ा

श्रीनगर। श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के इलाकों में बुधवार रात हिंसा और चेतावनी वाले पोस्टर्स दिखाई देने के बाद गुरुवार को पूरे दिन दुकानें बंद रहीं, यातायात भी ठप रहा। यहां तक की राज्य परिवहन की बसें भी सड़कों पर नहीं दिखाई दीं। उल्लेखनीय है कि बुधवार की रात को असामाजिक तत्वों ने चार दुकानों, एक गाड़ी के अलावा कई ठेलों में आग लगा दी थी। अधिकारियों का कहना है कि कई इलाकों में बंद बुलाया गया जिस कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। श्रीनगर जिला मैजिस्ट्रेट शाहिद इकबाल चौधरी ने असामाजिक तत्वों को गुरुवार को कड़ी चेतावनी जारी की और लोगों से अपील की कि वे इस तरह की कोई भी घटना होने पर पुलिस को फौरन सूचना दें। 
पुलिस ने बताया है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अधिकारियों ने कहा है कि मध्य कश्मीर में श्रीनगर और गंदेरबल जिलों, दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों और उत्तर में कुछ जिलों में बंद का आह्वान किया गया।
अधिकारियों के मुताबिक कहा कि पिछले कुछ हफ्ते से दुकानदार सुबह के समय अपनी दुकानें खोल रहे थे, लेकिन चेतावनी के बाद उन्होंने सुबह दुकानें नहीं खोलीं। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में शहर और अन्य जगहों पर सार्वजनिक परिवहन के वाहन सड़कों से दूर रहे। हालांकि, कुछ ऑटोरिक्शा और शहरों के बीच चलने वाली कैब को सड़कों पर चलते देखा गया। गौरतलब है कि राज्य से आर्टिकल 370 हटाने के 107 दिन बाद घाटी में 16 नवंबर को हालात सामान्य होते दिखे थे, जब कैब समेत पब्लिक ट्रांसपोर्ट सामान्य तौर पर चलने लगा, सारा दिन दुकानें खुली रहीं और बिजनस रफ्तार पकड़ने लगा।


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