सोमवार, 14 अक्टूबर 2019

उड़ने वाला सांप 'क्रिसोपिली'

उड़न साँप क्रिसोपिली (Chrysopelea) जीनस के साँप हैं जो बहुत कम विषैले होते हैं और मनुष्यों के लिए हानिरहित है। ये दक्षिण-पूर्वी एशिया, दक्षिणी चीन, भारत और श्रीलंका में पाए जाते हैं। भारत में ये मध्य भारत, बिहार, उड़ीसा और बंगाल में अधिक पाए जाते हैं।


यह बहुत तीव्र गति से चलने की क्षमता रखता है जो इसकी विशिष्टता है। यह अपने शरीर को फुलाकर तथा शरीर को एक विशेष आकार देकर एक डाल से दूसरी डाल पर ग्लाइड कर जाता (कूद जाता) है। इसीलिए इसे 'उड़न साँप' का भ्रामक नाम दिया गया है। यह इस तरह कूदता चलता है मानो उड़ रहा हो। इनका रंग ऊपर से हल्का पीलापन लिए हुए हरा होता है। नियमित दूरियों पर काले रंग की आड़ी पट्टियाँ रहती हैं जो काले सीमांतोंवाले शल्कों के कारण बनी होती हैं। अधरशल्क हरे होते हैं। सिर काला होता है जिसपर साथ साथ पीले या हल्के हरे रंग को आड़ी पट्टियाँ तथा कुछ धब्बे होते हैं।


यह साँप छिपकलियों, छोटे स्तनियों, पक्षियों, छोटे साँपों और कीटों को खाता है। यह घरों के आस पास भी कभी कभी दिखाई देता है। यह अंडप्रजक है। यह कभी कभी पेड़ की शाखाओं से लटका भी देखा गया है।


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