राणा ओबराय
पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह ने छोड़ी कांग्रेस
हिसार। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व में मंत्री रहे प्रोफेसर संपत सिंह ने आज आखिरकार कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। प्रोफेसर संपत सिंह नलवा हलके से अपनी टिकट काटे जाने पर नाराज चल रहे थे और आज प्रेस वार्ता कर इस बारे में घोषणा की। संपत सिंह ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप भी लगाए। साथ ही खुलासा किया कि किस तरीके से टिकटों को बेचा गया या फिर आपस में बंदरबांट की गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल संपत सिंह ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। संपत सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कुछ गिने चुने नेताओं ने एक तरीके से पार्टी पर कब्जा कर लिया है और मात्र सात चेहरों ने 90 सीटों का आपस में बांटकर निर्णय लिया है। साथ ही संपत सिंह का पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी दर्द छलका और उन्होंने कहा कि हुड्डा साहब ने हिसार जिले की सात विधानसभा में से किसी भी सीट पर पैरवी नहीं की और उन्हें इसके चलते टिकट से मरहूम रहना पड़ा।
संपत सिंह ने कांग्रेस के बड़े नेता कुलदीप बिश्नोई पर भी निशाना साधा और कहा कि यह परिवार हमेशा से ही मुझ पर अत्याचार करता रहा है। संपत सिंह ने कहा कि 1993 में मुख्यमंत्री रहते हुए स्वर्गीय भजनलाल ने उन पर छापेमार कार्यवाही करवाई और साथ ही मुकदमे दर्ज करने का काम किया जिससे उन्हें सालों तक अदालतों के चक्कर काटने पड़े। संपत सिंह ने कुलदीप बिश्नोई पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उन्हें झूठा भी करार दिया और कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने स्वयं मुझे सामने बैठा कर कहा था कि मैं आपकी टिकट की जोरदार तरीके से पैरवी करूंगा, लेकिन कुलदीप बिश्नोई अपनी बातों से मुकरते हुए नज़र आए।
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि कांग्रेस में सालों से काम करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस बार निराशा हाथ लगी है और एक तरीके से सांठगांठ कर बड़े और दिग्गज नेताओं की टिकटें काटने का काम किया है। संपत सिंह ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई के चलते उनकी टिकट कटी है और मैं अब आदमपुर हलके में अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार करूंगा और कुलदीप बिश्नोई को हराने का काम किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि नलवा और फतेहाबाद हल्के में भी कुलदीप बिश्नोई के चहेते उम्मीदवारों को हराने का काम किया जाएगा। नलवा हलके से कांग्रेस प्रत्याशी रणधीर पनिहार को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी हार पहले से ही निश्चित थी लेकिन हम जमानत जब्त करवाने का काम करेंगे।
कल रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि यह गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि जब मैं दिल्ली से वापस आ रहा था और मात्र कुछ समय टॉयलेट यूज़ करने के लिए रेस्ट हाउस में रुका था लेकिन मुझे नहीं पता था कि भारतीय जनता पार्टी का पहले से कोई कार्यक्रम पर है और उसमें मुख्यमंत्री जी आए हैं। संपत सिंह ने कहा कि औपचारिक तौर पर मेरी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात हुई थी लेकिन इस तरीके की चर्चाएं बिल्कुल गलत है कि मैं पार्टी ज्वाइन करने गया था और शर्तों पर सहमति नहीं बनी।
जेजेपी की टिकट को लेकर उड़ी अफवाहों पर विराम लगाते हुए संपत सिंह ने कहा कि जेजेपी समेत कई पार्टियों के ऑफर उन्हें आए थे लेकिन परिवार से सलाह मशवरा कर विनम्रता पूर्वक उन्हें मना कर दिया गया था। उन्होंने साफ किया कि मैंने किसी भी तरीके से उनकी टिकट पर चुनाव लड़ने की हामी नहीं भरी थी। आगामी राजनैतिक निर्णय पर बोलते हुए प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं से सलाह मशवरा कर रहे हैं और जल्द ही इस बारे में घोषणा कर दी जाएगी।
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