करनाल। हरियाणा सरकार ने बिजली निगम में सब डिवीजनल ऑफिसर (SDO) की भर्ती के लिए दोबारा नए सिरे से आवेदन आमंत्रित करने का फैसला किया है। वहीं इस पर चुनावी मौसम में राजनीतिक श्रेय की होड़ की बात भी सामने आई है। एक ओर जेजेपी अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला अपने द्वारा मुद्दा उठाए जाने के परिणामस्वरूप इस फैसले को प्रदेश के युवाओं की जीत बता रहे थे, वहीं करनाल पहुंचे सीएम मनोहर लाल ने कहा कि दुष्यंत बेवजह इसका श्रेय लेने में लगे हैं।
दरअसल हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम ने 27 जून को विज्ञापन जारी करते हुए SDO के पद के लिए आवेदन मांगे थे। आवेदन के बाद चर्चा में आया कि 80 में से हरियाणा के सिर्फ 2 ही युवाओं को मौका मिल पाया है। मंगलवार को चर्चा उठी कि हरियाणा सरकार ने इस भर्ती को रद्द कर दिया है। 4 अक्टूबर को हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के डिप्टी सेक्रेटरी की तरफ से जारी एक नोटिफिकेशन भी चर्चा में है। इसमें लिखा गया है कि इनके लिए आवेदन करने वाले युवा डिप्टी सेक्रेटरी को अपनी फीस वापसी के लिए लिख सकते हैं। इसके लिए अभ्यर्थियों को नाम, बैंक खाता, बैंक शाखा और आईएफएससी कोड उपलब्ध कराना होगा, जिसके बाद उन्हें फीस वापस कर दी जाएगी।
दुष्यंत चौटाला ने बताई जेजेपी की पहली जीत
बता दें इस मामले में 30 अगस्त को ट्वीट करते हुए दुष्यंत चौटाला ने लिखा था कि हरियाणा की नौकरियों में 75% नौकरियां यहां के युवाओं को मिले। बिजली निगम में भर्ती किए गए कुल 80 एसडीओ में से 78 बाहरी राज्यों से हैं, जबकि हरियाणा से सिर्फ दो युवाओं को नौकरी मिल पाई और ये सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि यह भर्ती रदद् होना जेजेपी की पहली जीत है।
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