शनिवार, 19 अक्टूबर 2019

6 दिन की बच्ची के पेट में भ्रूण मिला

छह दिन की बच्ची के पेट में मिला भ्रूण, लाखो में से किसी एक नवजात में सामने आता है ऐसा मामला


राजनांदगांव।  शहर में एक छह दिन की बच्ची के पेट में भ्रूण मिला है । यह भ्रूण बच्चादानी नहीं बल्कि उस बच्ची के पेट में  है। शहर में संचालित विधि डायग्नोस्टिक और रिसर्च सेंटर में बच्चे की सोनोग्राफी करते समय डॉ.अमित मोदी (रेडियोलॉजिस्ट) हतप्रभ रह गए, जब उन्होंने जांच के दौरान पाया कि नवजात बच्ची के पेट में एक और भ्रूण मौजूद है । डॉक्टर ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में इस तरह का यह पहला केस है । चिकित्सकीय भाषा में इसे 'भ्रूण' के अंदर 'भ्रूण' (फेट्स इन फेटू) कहा जाता है । लगभग 5 लाख जीवित बच्चों में से एक के साथ यह स्थिति निर्मित होती है । अब तक पूरे विश्व में इस तरह के लगभग दो सौ मामले सामने आए हैं । भ्रूण के अंदर भ्रूण पाए जाने वाली बच्ची का वजन लगभग ढाई किलो है और अब चिकित्सक इस बच्ची के वजन के चार किलो के आसपास होने के बाद ऑपरेशन के जरिये उसके पेट में मौजूद भ्रूण को निकालने का काम करेंगे । इसके लिए करीब 4 महीने का इंतजार करना पड़ेगा ।


कैसे होता है भ्रूण के अंदर भ्रूण:- जब एक माता जुड़वां बच्चों से गर्भवती होती है तब एक अनोखी और अत्यंत दुर्लभ स्थिति बनती है । जिसमें एक भ्रूण दूसरे भ्रूण के उदर में स्थान ले लेता है । भ्रूण में भ्रूण की उत्पत्ति के बारे में दो सिद्धांत हैं । पहला वह स्थान है जहां मेजबान जुड़वां के शरीर के अंदर एक परजीवी जुड़वां भ्रूण विकृत होता है और दोनों रक्त की आपूर्ति को साझा करते हैं । दूसरी बात यह है कि भ्रूण के अंदर भ्रूण टेरेटोमा का एक (अत्यधिक विभेदित) रूप है । ऊत्तकों से विदेशी ट्यूमर से उस क्षेत्र या शरीर के उस हिस्से में बना होता है जिसमें वे पाए जाते हैं ।   


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