भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले आईसीसी क्रिकेट टी20 विश्व कप के लिए एक प्रबल दावेदार के रूप में पेश की जा रही है। टी20 विश्व कप के शुरू होने में अब करीब एक साल का वक्त शेष रह गया है और फेवरेट की बात करें तो भारत सबसे आगे है।
टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की नजरें सही संयोजन पर
आईसीसी टी20 विश्व कप के इतिहास के 2007 में हुए पहले टी20 खिताब को अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम को कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है जिसको लेकर इस बार टीम पूरी तरह से तैयार है।भारतीय टीम को 2020 में होने वाले विश्व कप से पहले अभी भी काफी मैच खेलने हैं और टीम मैनेजमेंट अलग-अलग खिलाड़ियों को अजमाकर एक अच्छी संतुलित टीम बनाने के बारे में सोच रहा है।
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का गिरता प्रदर्शन
विराट कोहली एंड कंपनी की टी20 विश्व कप की तैयारियों में अभी भी कई बातों पर सोचने की जरूरत है। जिसमें से एक है टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन…. जो टी20 फॉर्मेट के इस महाकुंभ के लिए कितने तैयार हैं?शिखर धवन भारतीय टीम के ऐसे बल्लेबाज हैं जिनका कद इस समय बहुत बड़ा है। धवन अब तक अपने प्रदर्शन से साबित कर चुके हैं कि वो भारतीय मौजूदा टीम के लिए बहुत ही बड़े बल्लेबाज हैं।
शिखर धवन की स्ट्राइक रेट बनी है टीम की टेंशन
लेकिन शिखर धवन का टी20 फॉर्मेट में पिछले कुछ समय से प्रदर्शन में स्थिरता नहीं देखी गई है। धवन लगातार निरंतरता के साथ रन नहीं बना पा रहे हैं तो सबसे बड़ी टेंशन उनकी स्ट्राइक रेट दे रही है। शिखर धवन भारतीय टीम के साथ सीमित ओवर की क्रिकेट में लगातार बने हुए हैं और जब उनके टी20 फॉर्मेट में आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने अब तक 54 मैचों में 27.70 की औसत और 129.87 की स्ट्राइक रेट के साथ 1413 रन बनाए हैं तो धवन की शैली से मेल नहीं खाते हैं।
धवन के लिए 2018 जबरदस्त लेकिन करियर का औसत नहीं है कुछ खास
उसी तरह से बात जब धवन के वनडे करियर की करें तो उन्होंने 44.50 की बेहतरीन औसत और करीब 94 की स्ट्राइक रेट से 5518 रन बनाए हैं। जिससे आसानी से समझा जा सकता है कि टी20 क्रिकेट में धवन का ये औसत और स्ट्राइक रेट कुछ खास नहीं रही है। हालांकि शिखर धवन के लिए टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो 2018 का साल बहुत ही अच्छा गुजरा जब उन्होंने 17 पारियों में 147.22 की स्ट्राइक रेट और 40.52 के औसत के साथ 689 रन बनाए। वो एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टी20 इंटरनेशनल रन बनाने वाले बल्लेबाज बने।
पावर प्ले के बाद नहीं जुटा पाते तेजी से रन, राहुल-रोहित कई आगे,लेकिन इसके बाद 2019 में टी20 इंटरनेशनल में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। तो वहीं 2018 के साल के धवन के रिकॉर्ड को निकाले तो उनका टी20 फॉर्मेट का प्रदर्शन साधारण ही रहा है। अब लगता है कि ये वक्त आ गया है कि शिखर धवन को सलामी बल्लेबाज से रिप्लेस किया जा सकता है। क्योंकि पावर प्ले में टी20 क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा रन ना जोड़े जाए तो बड़ा स्कोर करना थोड़ा मुश्किल होता है।
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