केरल की सरकार संविधान के अनुरूप कार्य करें यह मैं सुनिश्चित करुंगा। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अजमेर में दरगाह जियारत के बाद दीवान आबेदीन से मुलाकात की।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में सूफी परंपरा के अनुरूप पवित्र मजार पर मखमली और फूलों की चादर पेश की। राज्यपाल ने जियारत की रस्म अदा करते हुए देश में अमनचैन की दुआ की। जियारत के बाद दरगाह परिसर में ही मीडिया से संवाद करते हुए खान ने कहा कि वे केरल में भारत के राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद हैं। चूंकि राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है, इसलिए मैं संविधान से बंधा हंू। खान से यह सवाल किया गया कि केरल में जिस प्रकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्याएं हो रही हैं उस संदर्भ में राज्यपाल की क्या भूमिका होगी? खान ने कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि केरल की सरकार संविधान के अनुरूप काम करें। खान ने कहा कि केरल के हर क्षेत्र में महिलाओं की जबर्दस्त भागीदारी है। देश भर में महिलाओं की ऐसी ही भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन दिनों पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बहुत से कार्य कर रहे हैं हमारे देश के पर्यटन स्थलों को विकसित करने में मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसे हमारे देश की विविधता ही कहा जाएगा कि इतने सुंदर और मनोरम पर्यटन स्थल मौजूद हैं।
दरगाह दीवान से मुलाकात:
जियारत के बाद राज्यपाल खान ने दरगाह के दीवान और सज्जादानशीन जैनुल आबेदीन से मुलाकात की। दोनों ने देश के मौजूदा हालातों पर विचार विमर्श किया। दीवान आबेदन का कहना रहा कि देश में अमनचैन कायम रहना चाहिए। खान और दरगाह दीवान की इस मुलाकात को धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। असल में केरल की मुस्लिम आबादी में ख्वाजा साहब का विशेष स्थान है, इसलिए बड़ी संख्या में केरल के मुसलमान दरगाह जियारत के लिए अजमेर आते हैं। यही वजह रही कि दरगाह कमेटी के नाजिम शकील अहमद ने राज्यपाल खान को एक ज्ञापन देकर अजमेर में केरल हाउस बनाने की मांग की। राज्यपाल खान अजमेर में विवेकानंद केन्द्र द्वारा आयोजित एक समारोह में भी भाग ले रहे हैं।
तीन तलाक कानून के समर्थक:
यूं तो आरिफ मोहम्मद खान कई राजनीतिक दलों में रहे हैं। खान पूर्व में बसपा, जनता दल और कांग्रेस में भी रहे। लेकिन पिछले दिनों भाजपा के तीन तलाक बिल का खान ने खुला समर्थन किया। खान ने कहा कि तीन तलाक की परंपरा की वजह से मुस्लिम महिलाओं को अनेक अत्याचार झेलने पड़ रहे थे। सरकार ने कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को राहत प्रदान की है। खान जिस तरह तीन तलाक कानून पर सरकार के साथ खड़े नजर आए उसी का परिणाम रहा कि उन्हें पिछले दिनों ही केरल का राज्यपाल मनोनीत किया गया।
दरगाह में शानदार इस्तकबाल:
राज्यपाल खान का 19 सितम्बर को ख्वाजा साहब की दरगाह मे ंशानदार इस्तकबाल किया गया। केन्द्र सरकार के अधीन काम करने वाली दरगाह कमेटी के प्रतिनिधियों ने तो खान का स्वागत किया ही, साथ ही खादिमों की संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी इस्तकबाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अंजुमन सैय्यद जादगान के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने खान को दरगाह की सूफी परंपराओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि दरगाह में मुस्लिम महिलाओं को भी पूरी स्वतंत्रता है। वे दरगाह परिसर में नमाज पढ़ सकती हैं तथा पवित्र मजार पर जाकर जियारत भी कर सकती है। अंगारा शाह ने दरगाह की परंपरा के अनुरूप दस्तार बंदी भी की।
एस.पी.मित्तल
गुरुवार, 19 सितंबर 2019
संविधान के अनुरूप कार्य करेगी सरकार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया
पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.