जिनेवा। जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की छवि करने की कोशिश में जुटा है। लेकिन उसे लगातार मुंह की खानी पड़ रही है। वहीं अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के ज्यादातर सदस्य देशों ने भी पाकिस्तान का साथ देने से इंकार कर दिया है। तय समय सीमा के अंदर पाकिस्तान आवश्यक सदस्यों के समर्थन का पत्र यूएनएचआरसी को नहीं सौंप पाया। यूएनएचआरसी के ज्यादातर सदस्य देशों ने जम्मू कश्मीर पर संकल्प पेश करने के पाकिस्तान के प्रस्ताव का समर्थन करने से साफ मना कर दिया। इसके चलते पाकिस्तान की मंशा पर पानी फिर गया है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत की प्रथम सचिव कुमम मिनी देवी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर भारत का संप्रभु और आंतरिक मामला है। पाकिस्तान गलत नीयत से सीमा की गलत व्याख्या करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अन्याय की सीमा पार हो रही है। हिरासत में लेकर रेप, हत्या जैसी वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। ऐक्टिविस्ट्स और पत्रकारों के मानवाधिकारों का उल्लंघन वहां आम है,पास है।
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