आखिर डूडा विभाग में भ्रष्टाचारियों का किसको समर्थन प्राप्त है
हैदर अली-संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम गाजियाबाद में बोर्ड मीटिंग के दौरान उठा बीओटी को लेकर और पार्षदों द्वारा पवन शर्मा परियोजना अधिकारी के द्वारा दिए गए टेंडरों में भ्रष्टाचार से लिप्त होने के आरोप के बावजूद आज देश की दास्तान एक खुलासा और कर रही है। विजय नगर क्षेत्र के बागू के अंदर एक ही परिवार के 5 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर पात्र लाभार्थी घोषित किया गया। उसमें दो लोगों द्वारा लाभार्थियों से ₹50000 की रकम वसूली गई और उनको डरा धमका कर, यह पुराने सरिया से मकान बनाने पर मजबूर किया गया। अगर ऐसा ही कार्य विजय नगर के अंदर प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर लोगों को पैसा पूरा नहीं मिला और उन्हीं लोगों ने पुराने लोहे को लगाकर अपना मकान बनाया गया और वह मकान किसी तेज भूकंप के झटकों में धराशाई हो गया तो उनका जिम्मेदार कौन होगा? जब इस मामले की जांच पड़ताल की गई तो लाभार्थी बिरजू लाभार्थी राकेश लाभार्थी जितेंद्र से विनोद व बिना गौतम नामक लोगों ने ₹50000 तक पैसे वसूले हैं। इन लाभार्थियों के अंदर तीन मकान बने हुए और दो की तैयारी है। जिनमें जो पहले से तीन मकान बने हुए हैं उनका निकला हुआ पुराना सरिया नए बनाए जा रहे है।मकानों में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन मकानों के सरियो की हालत ऐसी है एक 12 साल का बच्चा भी उस सरिए को मोड़ सकता है। इस मामले की जांच अगर उच्च अधिकारियों द्वारा की जाए तो करोड़ों रुपए का घपला सामने आ सकता है। डूडा विभाग की हरकतें किसी से छिपी नहीं है और भ्रष्टाचार के मामले में अगर कोई विभाग नंबर वन पर आता है तो वह गाजियाबाद का डूडा विभाग हैै।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.