धूमनगंज के तिहरे हत्याकांड में आठ गिरफ्तार, चैकी प्रभारी सस्पेंड
प्रयागराज। नगर के धूमनगंज में रविवार को हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। मौके से दोनाली बंदूक,12 खोखे और कुल्हाड़ी बरामद। दो अन्य आरोपित फरार हैं। वहीं लापरवाही के आरोप में राजरूपुर के चैकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। उधर तीनों शवों का शाम पांच बजे के बाद पोस्टमार्टम होगा। तनाव को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस और घटनास्थल पर भारी फोर्स तैनात है।
धूमनगंज थाना क्षेत्र के चैफटका इलाके में रविवार की रात गली में दीवार बनाने के विवाद में तीन लोगों की हत्या कर दी गई। हमलावरों ने पहले एक युवक को गोली मारकर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद दुकान में बैठा एक अन्य युवक भागने लगा तो उसे भी गोली मार दी। फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे एक युवक व एक किशोर भी गोली लगने से जख्मी हो गए। किशोर के सीने से गोली आरपार हो गई है। बाद में अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई।
वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर अपने घर में घुस गए। सूचना पर कई थानों की फोर्स के साथ एडीजी, डीआइजी, एसएसपी समेत अन्य आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। गुस्साए लोगों ने आरोपितों के घर को चारों तरफ से घेर लिया था। पुलिस ने भीड़ बढ़ती देख हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा। लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद दो आरोपितों को उनके घर से दबोच लिया। बाकी भागने में सफल रहे।
धूमनगंज में चैफटका पेट्रोल पंप के पास रहने वाला लालू यादव 32 पुत्र स्व. सुरेश कुमार सब्जी का ठेला लगाता है। वह छह भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। उसका पड़ोस के ही बलवंत यादव से घर के बगल स्थित गली में रास्ते का विवाद है। बताया जाता है कि बलवंत यादव की मिठाई की दुकान है। उसके बेटे दबंग किस्म के हैं। वे गली में जबरन दीवार बनाकर रास्ता रोक रहे थे। इसका लालू विरोध कर रहा था। रास्ते को लेकर पहले भी कई बार दोनों पक्षों में विवाद हो चुका है।
रविवार सुबह भी कहासुनी हुई जिसके बाद बलवंत के बेटे चंदन, सोनल आदि लालू को लाठी, डंडा और चापड़ लेकर खोज रहे थे। रात में लालू यादव अपने दोस्त अजीत भारतीय 28 पुत्र बृजलाल निवासी चक निरातुल खुल्दाबाद की दुकान में बैठा था। तभी हमलावर लाठी, डंडा और दोनाली बंदूक लेकर वहां पहुंच गए, लालू यादव को गाली देते हुए गोली मार दी। लालू लहूलुहान होकर जमीन पर गिरा तो दहशत में अजीत दुकान से निकलकर बाहर भागा। हमलावरों ने उसे भी खदेड़ कर गोली मार दी। बताया जाता है कि अजीत के जमीन पर गिरने के बाद उस पर ईंट-पत्थर से हमला भी किया गया। उधर फायरिंग की आवाज सुनकर वहां पहुंचे करन 15 पुत्र कमल निवासी चकिया और आजाद को भी गोली मारने के बाद हमलावर घर में घुस गए। करन के सीने से गोली आर-पार हो गई। एसआरएन अस्पताल में उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी, देर रात में उसकी भी मौत हो गई। जबकि आजाद को लेकर परिजन निजी अस्पताल में चले गए हैं।
घटना के बाद कई थानों की फोर्स के साथ एडीजी एसएन साबत, डीआइजी केपी सिंह, एसएसपी अतुल शर्मा मौके पर पहुंच गए। घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था। लोग पुलिस से तत्काल आरोपितों को घर से बाहर निकालने की मांग कर रहे थे। आक्रोश बढ़ते देख पुलिस ने लाठी भांजकर भीड़ को खदेड़ा और डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद दो आरोपितों को उनके घर का दरवाजा तोड़कर दबोच लिया, अन्य आरोपित भाग निकले।
धूमनगंज में रविवार रात हुए दोहरे हत्याकांड में लापरवाही पाए जाने पर एसएसपी अतुल शर्मा ने एसएसआइ धूमनगंज तेज बहादुर सिंह को निलंबित कर दिया है। थाना प्रभारी धूमनगंज विजय कुमार सिंह के अवकाश पर होने के चलते थाना प्रभारी का चार्ज एसएसआइ टीबी सिंह के पास था। बताया जा रहा है कि सुबह विवाद के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई थी लेकिन पुलिस ने लापरवाही बरती, जिससे यह घटना हुई।
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