सावधान! हाईटेक ठग फर्जी फेसबुक अकाउंट के माध्यम से आपको लगा सकते है चुना,मुंगेली व बिलासपुर जिला में ठगी का हाईटेक प्रयास नाकाम,अन्य जिले को बना सकते हैं निशाना
कमल महंत
कोरबा। हाईटेक हो चुके वर्तमान समय में ठग गिरोह भी अब हाईटेक पैंतरे इस्तेमाल करने लगे हैं।जहाँ आपको किसी उच्च अधिकारी या राजनेता के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट के बहाने लंबा चुना लगा सकते है।अगर आपके पास भी ऐसा कुछ फ्रेंड रिक्वेस्ट आता है तब सोच समझकर फैसला लें।
इन दिनों हाईटेक ठग काफी सक्रिय हैं।जो उच्च अधिकारी तथा राजनेता के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर तथा अपने झांसे में लेकर आपका एटीएम कार्ड की फोटो मांगकर आपको अच्छा खासा चुना लगा सकते है।और जब तक आपको अपने ठगे जाने का अहसास होगा तब ठग हाईटेक पैंतरा के जरिये आपके खाते से मोटी रकम पार कर चुका होगा।ये ठग बिलासपुर तथा मुंगेली जिला में अपना कारनामा दिखाने में नाकाम हो गए है।जो अन्य जिले को भी अपना निशाना बना सकते है।लोगों को ठगने के लिए ठग द्वारा बिलासपुर कलेक्टर संजय अलंग के नाम का इस्तेमाल किया गया है।यहाँ पर आपको बता दें कि बिलासपुर कलेक्टर के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट से मुंगेली महिला एवं बाल विकास अधिकारी विभा मसीह को फ्रेंड रिक्वेस्ट आता है।उक्त अधिकारी भी इसे सहज स्वीकार कर लेती है।तथा दोनों के बीच मैसेंजर पर चैट भी शुरू हो जाता है।बातों का सिलसिला कुछ दिन चलने के बाद चैट करने वाला ठग एटीएम की जानकारी मांगते हुए एटीएम की फोटो भेजने की डिमांड रखता है।महिला अधिकारी मौक़ा रहते ठगी के मंसूबे को समझ जाती है।लेकिन उनके साथ हुए इस ठगी के प्रयास के बाद प्रशासनिक गलियारे में हलचल मची हुई है।ठग द्वारा मुंगेली के साथ बिलासपुर जिले में भी अपना जाल बिछा अनेकों लोगों के पास कलेक्टर संजय अलंग के कथित अकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा।तथा जिन्होंने उसे कलेक्टर समझकर उसके फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया मैसेंजर में उनसे बात करते हुए 20–20 हजार रूपए की मांग भी की जिसे जल्द लौटाने का वादा भी उनसे किया।और सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया का अपना बैंक अकाउंट भी लोगों को मैसेंजर के जरिये भेजा।कलेक्टर द्वारा उधार में बीस हजार मांगे जाने की बात लोगों के गले नही उतरी और जांच पड़ताल उपरांत मामले की शिकायत पुलिस में की गई है।चूँकि मामला एक उच्च अधिकारी से जुड़ा हुआ है इसलिए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त फर्जी आईडी को ब्लॉक करते हुए सिविल लाईन में मामला दर्ज कर ठग का सुराग लगाने मामले को गंभीरता से ले रही है।आखिर ऐसा कौन ठग है जिसने ठगी के लिए कलेक्टर के नाम का बेखौफ होकर इस्तेमाल किया हैं।इस घटना से बिलासपुर मुंगेली दोनों जिलों में कोहराम मचा है।अज्ञात ठग का भांडा तो मुंगेली व बिलासपुर जिला में फूट चुका है।लेकिन अब वह अपने ठगी का पैंतरा अन्य जिले में भी अजमा सकता है।इसलिए सभी सावधान रहें तथा इस तरह का कोई भी फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर अक्ल से फैसला लें ना कि ठगी का शिकार बन बैठें।
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