फिर हुए मानवता शर्मशार ,मर्च्युरी में लाश रखने के एवज में आरक्षक मांग रहा था तीन हजार रुपए रिश्वत |
धमतरी | छत्तीसगढ़ के धमतरी में सरकारी अस्पताल के आरक्षक की बेरुखी के चलते समाज को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है | यहाँ के मेचका गांव के एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली | मौत के बाद उसके परिजनों को पोस्टमार्टम करने के लिए अस्पताल के बहार रात भर इंतजार करना पड़ा | शव अस्पताल के बाहर रखा रहा | दरअसल मरच्यूरी में शव रखने के बदले आरक्षक परिजनों से तीन हजार रुपए की मांग कर रहा था | रिश्वत देने में असक्षम मृतक के परिजनों को मजबूरन शव ट्रैक्टर में रखकर ही रात गुजारनी पड़ी | लेकिन अस्पताल कर्मियों उसे मर्चुरी या सुरक्षित स्थान में रखने तक की इजाजत नहीं दी | पुलिस कर्मियों ने डाक्टर और स्वास्थ कर्मियों से लाश का जल्द पोस्टमार्टम करने की गुहार तक लगाई | लेकिन डाक्टरों के कानो में जू तक नहीं रेंगी | बहरहाल पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ जांच कर मामले में कार्रवाई की बात कही है |
बताया जाता है नगरी थाना के एक आरक्षक पर गंभीर आरोप लगे हैं | आरोप लाश को मरच्यूरी में रखने के एवज में 3000 रुपये मांगने के हैं | दरअसल मेचका गांव के एक व्यक्ति ने अज्ञात कारणों से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली | उसकी लाश को परिजनों ने ट्रैक्टर के जरिये पोस्टमार्टम के लिए नगरी लाया, लेकिन तब तक रात हो चुकी थी | परिजन ऐसे में लाश को मरच्यूरी में रखना चाहते थे | मृतक के परिजनों ने बताया कि आरक्षक कान्तु राम ठाकुर ने मरच्यूरी में शव रखवाने के एवज में तीन हजर रुपए की कर रहा था | परिजन रुपये देने में सक्षम नहीं थे | लिहाजा लाश को रात भर ट्रैक्टर ट्राली में ही रखना पड़ा | एसपी बालाजी राव ने इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है |
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