महराजगंज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेई-एईएस की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पीड़ितों की संख्या में कमी आई है। हमारी सरकार का प्रयास है कि अब कोई नौनिहाल इस बीमारी से पीड़ित न हों। मुख्यमंत्री महराजगंज जिले के चेहरी स्थित आइटीएम कालेज में आइटीवी फाउंडेशन द्वारा आयोजित जेई एईएस के चिकित्सा शिविर को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि इंसेफ्लाइटिस ने बीते 40 वर्षों में हजारों मासूमों को निगला है। पूर्व की सरकारों ने इसे लाइजाल बीमारी मानकर भगवान भरोसे छोड़ा था। सांसद रहते मैने इसकी रोकथाम के लिए सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई। दो वर्ष पांच माह के अंदर भाजपा सरकार ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक कर बेहतर कार्य किया। स्वास्थ्य विभाग को नोडल बना कर सभी विभागों को इस जागरूकता अभियान से जोड़ा। दो वर्ष में एक करोड़ 60 परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया गया। स्वच्छता के लिए भी विशेष अभियान चलाया गया। बीआरडी मेडिकल कालेज में अगस्त माह में बीते वर्षों में 500 से 700 मरीज भर्ती होते थे, लेकिन अब मरीजों की संख्या नाम मात्र की रह गई है। जागरूकता अभियान में ग्राम प्रधानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। खुले में कोई शौच न करे इसके लिए जागरूकता अभियान गांव-गांव चलाएं। स्वच्छ भारत को स्वस्थ भारत की तरफ ले जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए आवश्यक है कि लोग प्रदूषित पानी का सेवन न करें। खुले में शौच व गंदगी पर भी अंकुश लगे, इस दिशा में जन-जन को जागरूक करना होगा।
योगी आदित्यनाथ ने आइटीएम कालेज में आइटीवी फाउंडेशन द्वारा आयोजित जेई, एईएस हेल्थ कैंप में शामिल हो मरीजों का हाल जाना। उन्होंने यहां कालेज परिसर में स्थित विभिन्न कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। सीएम ने महराजगंज में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना व आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों से मुलाकात कर योजना के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर सांसद पंकज चौधरी, विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, बजरंग बहादुर सिंह, अमन मणि त्रिपाठी, प्रेम सागर पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष अरुण शुक्ला, विनय श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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