बजरी माफिया की करतूतों के कारण अजमेर के आनासागर का पानी गोविंदगढ़ के बांध में नहीं पहुंच रहा।
अजमेर ! सिंचाई विभाग के इंजीनियरों ने यह दावा किया था कि अजमेर के आना सागर का पानी तीन अगस्त की शाम तक 40 किलोमीटर दूर गोविंदगढ़ के बांध में पहुंच जाएगा। पिछले तीस वर्षों में यह पहला अवसर होगा, जब अजमेर का पानी गोविंदगढ़ के बांध में पहुंचेगा। लेकिन इंजीनियरों का यह दावा धरा रह गया, क्योंकि अब आनासागर के पानी के गोविंदगढ़ बांध में पहुंचने की संभावना बहुत कम है। हालांकि आनासागर से अभी भी पानी की निकासी जारी है। जानकारों के अनुसार पानी अभी नूरियावास तालाब तक ही पहुंचा है। नूरियावास के बाद रामपुरा डाबला, पीसांगन होता हुआ गोविंदगढ़ जाएगा। असल में बजरी माफिया ने पीसांगन क्षेत्र में बरसाती साबरमती नदी से इतनी बजरी निकाल ली है कि जगह जगह सौ-सौ फीट के खड्डे हो गए हैं। पहले इन खड्डों का ध्यान ही नहीं रहा। हालांकि अवैध रूप से बजरी निकालने वाले सिंचाई विभाग के इंजीनियरों से लेकर खान और पुलिस अधिकारियों तक ध्यान रखते हैं। सबको पता था कि बरसाती नदियों और तालाबों से बजरी चोरी हो रही है, लेकिन चांदी के जूते के सामने सबने आंखे बंद रखी। यही वजह है कि अब पर्यावरण को दुष्परणिाम भोगने पड़े रहे हैं। आनासागर का पानी जोधपुर तक जाता है, लेकिन अभी चालीस किलोमीटर दूर गोविंदगढ़ तक ही नहीं पहुंच पा रहा है। जब बरसाती नदियों में पानी बहता है तो हजारों लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। लेकिन बजरी माफिया की वजह से लोगों को रोजगार से भी वंचित होना पड़ रहा है। सब जानते हैं कि बजरी माफिया राजनेताओं के संरक्षण में पनपता है। गत भाजपा के शासन में अजमेर के भाजपा विधायकों पर ही बजरी माफिया को संरक्षण देने के आरोप लगे थे। भाजपा विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र पसंदीदा डीएसपी और सीआई नियुक्त करवाए। ऐसे अधिकारियों को बजरी की आय का एक हिस्सा प्रतिमाह विधायकों को भी दिया। जिन भ्रष्ट अधिकारियों और नेताओं ने बजरी का पैसा खाया, उन्हें अब बरसाती नदियों की दुर्दशा देखनी चाहिए। ऐसे भ्रष्टा अफसरों और नेताओ को प्रकृति का संरक्षण करने वाले भगवन कभी भी माफ नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि आनासागर का पानी खानपुरा तालाब, भांवता, बुधवाड़ा, नूरियावास, रामपुरा डाबला, पीसांगन, गोविंदगढ़ बांध से नागौर के डेगाना क्षेत्र से होता हुआ जोधपुर तक जाता है।
एस.पी.मित्तल
रविवार, 4 अगस्त 2019
भ्रष्ट नेताओ-अधिकारियों ने की नदियों की दुर्दशा
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं
नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं भानु प्रताप उपाध्याय मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.