ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से अपना करीब 92 मिनट के भाषण खत्म करने के बाद जब वहां मौजूद बच्चों के बीच पहुंचे तो बच्चों के उत्साह की कोई सीमा नहीं थी। मुस्कुराते हुए प्रधानमंत्री सुरक्षा घेरे को पीछे छोड़कर आजादी के जश्न पर घंटों से अनुशासित तरीके से प्राचारी के मैदान में तालियां बजा रहे उत्साहित बच्चों के बीच कुछ देर तक घिरे रहे। लाल किले के मुख्य आयोजन स्थल पर हर बार की तरह इस साल भी बच्चों ने केसरिया, सफेद और हरे रंग की पोशाक पहन रखी थी।
अपना संबोधन खत्म करने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों की तरफ हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया और वहां से रवाना होने के लिये अपने वाहनों के काफिले की तरफ बढ चले। कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलते वक्त वह रूके और अपनी कार से बाहर निकल कर सुरक्षा घेरा पीछे छोड़ उस जगह पहुंच गए जहां बच्चे बैठे थे। ये देख बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उत्साहित बच्चे उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आगे बढे। प्रधानमंत्री कुछ देर तक बच्चों के बीच खड़े रहे। राष्ट्र ध्वज के रंग में कपड़े पहने बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। हर कोई मोदी की झलक पाने के लिये, उनसे हाथ मिलाने के लिये आगे आने की कोशिश कर रहा था। जो बच्चे पहली कतार में बैठे थे उन्हें प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने का भी मौका मिला।
पीएम सर से सेक हैंड कर गद्गदग हैं छात्राएं:
सरकारी मॉडल स्कू ल दरियागंज में कक्षा छह की छात्रा महवीश परवीन (13) ने कहा मुझे विास नहीं हो रहा, मैं देश के प्रधानमंत्री के इतने करीब थी। जिस वक्त मैंने उन्हें अपनी तरफ आते देखा मैं उनकी तरफ दौड़ पड़ी। मैं सिर्फ उनका हाथ छू सकी क्योंकिकई लड़कियां उनसे हाथ मिलाने की कोशिश कर रही थीं। मैं खुद को बेहद खुशकिस्मत मानती हूं। मीरा मॉडल स्कूल की 7वीं की छात्रा महिमा ने कहा कि मजा आ गया। आई सेक हैंड विद पीएम सर, एक अन्य सरकारी स्कूल की कक्षा सात के छात्र अल मदीहा की खुशी का भी प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने के बाद कोई ठिकाना नहीं है।
पर अफसोस मोदी जी से हाथ न मिला सकी:
वहीं, एक अन्य छात्र आफरीन शरीफ (14) हालांकि मोदी के करीब पहुंचने के बाद भी उनसे हाथ नहीं मिला पाने को लेकर निराश दिखे। उन्होंने कहा लोग प्रधानमंत्री के करीब जाने के लिये धक्का दे रहे थे, लेकिन हमारी टीचर ने हमें बताया था कि जब वो हमारे पास आएं तो भागना नहीं है और अनुशासन बनाए रखना है। मुझे दु:ख है कि मैं मोदीजी से हाथ नहीं मिला सकी।
आई एम पराउड आफ माई पीएम:
मोदी के भाषण की सबसे अच्छी बात के बारे में पूछे जाने पर आनंद विहार के एक स्कूल की 11वीं की छात्रा विभा कुमारी ने कहा हमारे प्रधानमंत्री ने जब तीन तलाक के बारे में बोला तो मुझे अच्छा लगा क्योंकि हमनें सुना है कि कई महिलाएं इससे पीड़ित हैं। जीनत, सुमन जैसी कई अन्य छात्राओं ने भी प्रधानमंत्री द्वारा तीन तलाक के साथ ही स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे मुद्दे उठाए जाने की सराहना की। इससे पहले, प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भी बच्चों ने जम कर तालियां बजाई। सकीला ने कहा कि आई एम पराउड ऑफ माई पीएम सर, जो हर शख्स के बारे में बेहतर सोचते हैं। चिंता करते हैं।
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