लखनऊ। भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े ऋणदाता और उत्तर प्रदेश के लिए राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति; उत्तर प्रदेश के समन्वयक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने एसएलबीसी के तत्वाधान में परामर्शक प्रक्रिया का संयोजन किया। इस संयोजन का उद्देश्य आंतरिक प्रदर्शन की समीक्षा करना, राष्ट्रीय एजेंडा की अनुरूपता पर जोर देना और वृहत अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में योगदान देना रहा।
ये राज्य-स्तरीय विचार गोष्ठियां, पहले चरण में 17 और 18 अगस्त को आयोजित दो-दिवसीय परामर्शक इंट्रा - बैंक कार्यशालाओं के बाद आयोजित दूसरे चरण की विचार-गोष्ठी का हिस्सा थीं। उक्त गोष्ठियों में क्षेत्रीय स्तर पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) की सभी शाखाओं ने हिस्सा लिया। इन गोष्ठियों व कार्यशालाओं में क्रियान्वित किये जाने लायक और नये-नये अनेक समाधान उभरकर सामने आये कि किस तरह से सामान्यतः पीएसबी अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकते हैं।
जिन सुझावों और विचारों पर क्षेत्रीय स्तर पर चर्चा की गयी, उन पर आगे 22 अगस्त और 23 अगस्त को आयोजित राज्य-स्तरीय विचार-गोष्ठियों में विचार-विमर्श हुआ। उक्त गोष्ठी में श्री पीएस जयकुमार प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारीए बैंक ऑफ बड़ौदाए राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों एव भारतीय रिजर्व बैंक नाबार्ड इण्डस्ट्री एसोसिएशन;आदि योजनाओं से संबंध स्थापित करने बढ़ावा देने के विषय पर जोर दिया।
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