अच्छा होता आजम खान जैसे मुसलमानों के पूर्वज विभाजन के समय पाकिस्तान चले जाते।
कम से कम गरीब किसानों की जमीन तो बच जाती।
नई दिल्ली ! समाजवादी पार्टी के सांसद और यूपी के दबंग मुस्लिम नेता आजम खान का कहना है कि उनके पूर्वज यदि देश विभाजन के समय पाकिस्तान चले जाते तो अच्छा रहता, क्योंकि अब भारत में मुसलमानों को सताया जा रहा है। समझ में नहीं आता कि आजम खान ने यह बात किस नजरिए से कही है, लेकिन इतना जरूर है कि यदि आजम खान जैसे मुसलमान भारत में नहीं होते तो कम से कम गरीब मुसलमान किसानों की जमीन तो नहीं छीनी जाती। रामपुर के मुस्लिम किसनों ने ही आजम खान पर उनकी जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। किसानों ने आजम के खिलाफ 13 एफआईआर दर्ज करवाई है। मुस्लिम किसानों की शिकायत पर सरकार ने आजम खान को भू माफिया घोषित कर दिया है। सरकार की कार्यवाही से तिलमिला कर ही आजम खान अब हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति कर रहे हैं। आजादी के बाद आजम खान जैसे लोगों ने ही सबसे ज्यादा फायदा उठाया है। आजम खान लम्बे अर्से तक समाजवादी पार्टी की सरकार में ताकतवर मंत्री रहे। अखिलेश यादव की सरकार में नगरीय विकास मंत्री रहते हुए रामपुर में मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का बड़ा साम्राज्य खड़ा किया। अपने परिवार की मिल्कियत वाली यूनिवर्सिटी के लिए गरीब किसानों की जमीन हड़प ली। आज आजम खान को भारत में रहने पर अफसोस हो रहा है और जब इसी देश में आजम ऐशो आराम किए, तब कुछ नहीं कहा। सब जानते हैं कि आजम ने हिन्दुओं को चिढ़ाने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी है। हिन्दू महिलाओं के अंग वस्त्रों तक को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है। हिन्दू देवी देवताओं पर भी प्रतिकूल टिप्पणी की गई है। आजम खान गत चालीस वर्षों से राजनीति में हैं। मौजूदा समय में भी आजम खान स्वयं सांसद हैं और उनका बेटा विधायक। यह पहला अवसर है कि आजम खान पर कोई कार्यवाही हो रही है। आजम खान को उन गरीब किसानों के आरोपों का जवाब देना चाहिए, लेकिन अब आजम खान हिन्दू-मुसलमान की राजनीति करने लगे हैं। इसे भारत के लोकतंत्र की खूबसुरती ही कहा जाएगा कि हिन्दू और मुसलमान में कोई भेद नहीं है, जो अधिकार हिन्दुओं को हैं वो ही मुसलमानों को। जबकि पाकिस्तान में हिन्दुओं का कोई सम्मान नहीं हैं। क्या कभी आजम खान जैसे मुस्लिम नेताओं ने पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं की दुर्दशा पर आवाज उठाई। सब जानते हैं कि पूरी दुनिया में भारत में ही मुसलमान सम्मान और सुकून के साथ रहा है। आजम खान जैसे मुसलमान तो राजाओं की श्रेणी में आते हैं। अब यदि आजम खान को पाकिस्तान जाने का इतना ही शौक चढ़ रहा है तो कुछ दिनों के लिए पाकिस्तान में रह लेना चाहिए। आजम खान को पता चल जाएगा कि भारत में मुसलामनों का कितना रुतबा है जो सुविधा पाकिस्तान में भी नहीं है वो भारत में उपलब्ध है।
एस.पी.मित्तल
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