शनिवार, 27 जुलाई 2019

मर्यादाओं के पार (आलोचना)

आज तक यह देखकर  बहुत हैरानी होती है की लोग अपने सनातन  धर्म के अनुसार हिंदू धर्म की प्रणाली को भूल गए हैं आजकल पूरे देश में सावन मास के महीने में कावड़ यात्रा प्रारंभ है और शिव भक्त कावड़ यात्रा में तन मन धन और आत्मा से भक्ति कर रहे हैं! यात्रा कर रहे हैं परंतु यह देखकर हैरानी होती है कि की कावड़ यात्रा में भगवान शिव और माता पार्वती  के नाम से अश्लील गाने आजकल हमारे सम्मानित गायकों ने बना दिए हैं! जोकि भगवान शिव और माता पार्वती का अपमान प्रतीत होता है! जिस में शिव भगवान को नशे का आदी दिखाने की कोशिश की जाती है और साथ में माता पार्वती को घसीटा जाता है जो कि गलत है इस प्रकार हमारे गायकों को हमारे देवी देवताओं का अपमान करने का हक नहीं मिल गया है और सभी शिव भक्तों को अपने आप में जागरूकता लानी चाहिए कि प्रभु श्री शिव कल्याणमय और भोलेनाथ है किसी आडंबर से प्रसन्न नहीं होते हैं! वह सिर्फ भक्ति से प्रसन्न होते हैं संपूर्ण प्रकृति का और संपूर्ण विश्व का कल्याण चाहेगा तो भगवान शिव की कृपा उस पर सदा बनी रहती है! क्योंकि शिव ही कल्याण है और कल्याण ही शिव है सत्य ही शिव है और शिव ही सत्य है! शिव ही धर्म है और धर्म ही शिव है सत्यम शिवम सुंदरम वाक्य हमारे पुराणों में मिलता है उसका अर्थ ही सत्य ही शिव है और शिव ही  सत्य है और सत्य की भांति ही शिव सुंदर है और यदि शिव सुंदर है तो सत्य भी सुंदर है! शिव जिसका अर्थ है, की शक्ति के बिना शिव शव है और जब शव से शक्ति का मिलन हो जाता है तो वह शिव बन जाते है! इसलिए मित्रो सत्य को पहचानो और कोशिश करो की भक्ति के साथ साथ अपने देवी देवताओं का माता पिता का और गुरु का मान सम्मान सही प्रकार से हो सके जभी हम अपने सनातन संस्कृति को सुरक्षित कर पाएंगे और सनातन धर्म भक्ति मार्ग सिखाता है! और भक्ति की शक्ति है शिव है!


संदीप गुप्ता


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