तीन तलाक बिल पर मतदान से पहले कांग्रेस के संजय सिंह का राज्यसभा से इस्तीफा।
कांग्रेस अतीत की पार्टी। पार्टी में अब संवादहीनता।
नई दिल्ली ! राज्यसभा में तीन तलाक का बिल पेश किया। लेकिन मतदान से पहले ही कांग्रेस के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। यानि अब संजय सिंह मत विभाजन के समय राज्यसभा में उपस्थित नहीं रहेंगे। हाल ही में सपा की एक सांसद ने भी राज्यसभा से इस्तीफा दिया है। इससे पहले भी विपक्षी पार्टियों के सांसद राज्यसभा से इस्तीफा दे चुके हैं। माना जा रहा है कि यह सारी कवायद राज्यसभा में तीन तलाक के बिल को पास करवाने के लिए हो रही है। चूंकि राज्यसभा में भाजपा को बहुमत नहीं है। इसलिए सांसदों के इस्तीफे करवाए जा रहे हैं। तीन तलाक का बिल लोकसभा से पास हो चुका है और अब राज्यसभा में पास करवाने की चुनौती है। माना जा रहा है कि भाजपा ने पिछले दिनों जो रणनीति अपनाई है उसे देखते हुए तीस जुलाई को ही इस बिल को राज्यसभा से स्वीकृत करवा लिया जाएगा। केन्द्र में भाजपा समर्थन देने वाले जेडीयू ने पहले ही कह दिया है कि वह मत विभाजन के समय सदन में उपस्थित नहीं रहेगी। भाजपा ने ऐसे और दलों को तैयार किया है जो मत विभाजन के समय सदन में उपस्थित नहीं रहेंगे। इससे बिल को पास कराने की राह आसान हो जाएगी। वहीं भाजपा ने अपने सांसदों को विप जारी कर उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं, हो सकता है कि कुछ दलों के सांसद अपनी मर्जी से राज्यसभा में अनुउपस्थित रहे।
कांग्रेस अब अतीत की पार्टी- संजय सिंह:
तीस जुलाई को मीडिया से संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस अब अतीत की पार्टी हो गई है। पार्टी में पूरी तरह संवादहीनता है। उन्होंने माना कि गांधी परिवार से उनके पारिवारिक संबंध रहे हैं, लेकिन राजनीतिक दृष्टि से अब उनके विचार कांग्रेस से नहीं मिल रहे हैं। आज पूरा देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। इसलिए मैं भी अब मोदी के साथ हंू। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को वे भाजपा में शामिल होंगे। भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कोई शर्त नहीं लगाई है। वे और उनकी पत्नी अमिता सिंह स्वेच्छा से भाजपा में शामिल हो रहे हैं। संजय सिंह के कांग्रेस छोडऩे से कांग्रेस को अमेठी में जोरदार झटका लगा है। हालांकि राहुल गांधी अमेठी से लोकसभा का चुनाव हार गए, लेकिन संजय ङ्क्षसह के कांग्रेस छोडऩे से अमेठी में राहुल गांधी की स्थिति और कमजोर होगी। संजय सिंह के इस कदम को कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो जिस तरह संजय सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है वैसी स्थिति और नेताओं के बीच भी है, हो सकता है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के कई बड़े नेता इस्तीफा दे दें। कांग्रेस में इस समय शीर्ष नेतृत्व नहीं है। राहुल गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रखा है और अभी तक भी नया अध्यक्ष नहीं बनाया गया है। ऐसे में कांग्रेस में लगातार बिखराब हो रहा है। हरियाणा में जो समन्वय समिति बनाई गई थी उसे पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने नकार दिया है। हुड्डा अब हरियाणा में नए दल के गठन पर विचार कर रहे हैं।
एस.पी.मित्तल
मंगलवार, 30 जुलाई 2019
कांग्रेस अतीत की पार्टी,बढी संवादहीनता
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