अब 6 सितम्बर को भारत की मुट्ठी में होगा चन्दा मामा
2022 में भारतीय भी उतरेंगे चन्द्रमा की सतह पर।
अमरीका का यान मात्र चार दिन में पहुंच गया था।
दोपहर 2ः43 मिनट पर तमिलनाडु के श्रीहरिकोटा से चन्द्रयान-2 की सफल लाॅचिंग हो गई। लाॅचिंग के 16 मिनट बाद यान को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया गया। इससे इसरो के सभी वैज्ञानिक खुश हैं। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सफल लाॅचिंग के लिए वैज्ञानिकों की पीठ थपथपाई है। चन्द्रयान-2 आगामी 6 सितम्बर को चन्द्रमा की सतह पर उतर जाएगा और निर्धारित प्रोग्राम के मुताबिक रोवर प्रज्ञान साउथ पोल पर उपस्थित मिनरल और वातावरण की जांच करेंगे। चन्द्रयान-2 को चन्द्रमा की सतह पर पहुंचने में करीब 48 दिन लगेंगे। यहां यह खासतौर से उल्लेखनीय है कि अमरीका ने मात्र चार दिन में चन्द्रयान को सतह पर उतार दिया था, असल में अमरीका ने ऐसी तकनीक विकसित की है जिसके अंतर्गत पृथ्वी से सीधे चन्द्रमा पर पहुंचा जा सकता है। जबकि भारत के पास अभी ऐसी तकनीक नहीं है। वैज्ञानिकों के अनुसार हमारा चन्द्रयान चन्द्रमा के अनेक चक्कर लगाएगा और फिर साउथ पोल की खिड़की से सतह पर उतरेगा। लेकिन भारत के वैज्ञानिक इस बात से खुश है कि चन्द्रयान-2 दो की सफलता के बाद 2022 चन्द्रयान-3 चन्द्रमा पर भेजा जाएगा। इस यान में दो भारतीय नागरिक भी होंगे। भारत के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि चन्द्रयान-2 चन्द्रमा की सतह पर पहुंच रहा है। यानि 6 सितम्बर को चन्दामामा भारत की मुट्ठी में होगा। अब तक बुजुर्ग महिलाएं चन्द्रमा को लेकर बच्चों को कहानियां सुनाती रही हैं। लेकिन अब हमारे यान को चन्द्रमा पर उतरने का अवसर मिल रहा है। अब तक अमरीका, रूस और चीन ही चन्द्रमा की सतह पर पहुंच हैं। भारत चैथा ऐसा देश है जो अब चन्द्रमा की सतह पर पहुंच रहा है। 3.8 टन वजन वाले चन्द्रयान पर करीब एक हजार करोड़ रुपए की राशि खर्च हुई है। 15 जुलाई को तकनीकी कारणों से चन्द्रयान की लाॅचिंग टाल दी गई थी, लेकिन 22 जुलाई को लाॅचिंग पूरी तरह सफल रही।
एस.पी.मित्तल
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