वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने 30 साल की रिसर्च के बाद पहली बार यह पता लगाया है कि इंसान के शरीर में एचआईवी वायरस कैसे फैलता है। इससे पहले यह जानकारी नहीं सामने आई थी कि शरीर में आखिर एड्स के लिए जिम्मेदार एचआईवी वायरस फैलता कैसे है। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया कि इंसान के शरीर में मौजूद कोशिकाओं का तंत्र एचआईवी वायरस को सेल से सेल में फैलने के लिए मजबूर करता है।
अभी तक वैज्ञानिक एचआईवी वायरस पर टेस्ट ट्यूब की सहायता से अध्ययन करते थे लेकिन पहली बार थ्री डायमेंशनल उत्तकों वाले वातावरण में परीक्षण किया गया। इंसान के शरीर में ठीक ऐसा ही वातावरण पाया जाता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि कोशिकाओं का थ्री डी वातावरण वायरस से इंफेक्शन को दबाता है जिससे एचआईवी विषाणु सीधे कोशिका से संपर्क करके दूसरी सेल्स में फैलने लगता है। यह अध्ययन जर्नल नेचर कम्यूनिकेशन (Journal Nature Communications) में प्रकाशित हुआ है।
इंसान के शरीर में एचआईवी वायरस फैलने की वजह का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने इमेज प्रोसेसिंग, थ्री-अरेटिकल बायोफिजिक्स और गणित के विशेषज्ञों की मदद ली। इसके जरिए उन्होंने 3डी वातावरण में कोशिकाओं और वायरस के बर्ताव का अध्ययन किया। वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर पर इसका वातावरण तैयार किया। इससे शरीर के जटिल कोशिका तंत्र में एचआईवी वायरस फैलने के बारे में पता चला।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने कई साल पहले HIV (Human Immunodeficiency Virus) संक्रमण को महामारी घोषित कर दिया था। अब वैज्ञानिकों को इस दिशा में सफलता मिलती दिख रही है। उन्होंने एक ऐसी डिवाइस बनाई है जो मरीज को पूरे एक साल तक एचआईवी संक्रमण से सुरक्षित रख सकती है। माना जा रहा है कि दवा कंपनी 'मर्क' द्वारा बनाई गई नई डिवाइस से इस समस्या का समाधान हो सकता है।
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