गाजियाबाद, लोनी !अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने जनता के बीच लगाया आसन, कहा योग से स्वस्थ्य शरीर के साथ खत्म होती है मनुष्य के अन्दर की नकारात्मकता
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोनी इंटर कॉलेज में सुबह सूरज निकलते ही भारी संख्या में योग प्रेमी इकट्ठा हुए ! एक साथ योग कर लोगों को योग अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान विधायक नंदकिशोर गुर्जर और पार्टी के पदाधिकारियों ने भी जनता के बीच आसन लगाकर योग किया। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने क्षेत्रवासियों के साथ तड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, सुखासन और सूर्य नमस्कार के जरीए शरीर का स्वस्थ्य और चुस्त रखने का संदेश देते हुए कहा कि जीवन में निरोगी काया का आधार ही योग है। वहीं विधायक ने लोनी इंटर कॉलेज में लगाए गए योग शिविर के बाद, ट्रोनिका सिटी, साहिबाबाद और गिजयाबाद के कविनगर में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित योग शिविरों में भी पहुंचकर योग कर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया। जिला प्रशासन द्वारा विधायक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार मे राज्यमंत्री अतुल गर्ग, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सहित जिला के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी, एसएसपी, सीडीओ ने भी योगासन कर लोगों को योग के प्रति जागरूक किया।
गाजियाबाद में भारी संख्या में एकत्र हुए योग प्रेमियों को संबोधित करते हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि भारत देश में योग का प्राचीन समय से ही अहम स्थान है। पतंजलि योग दर्शन में कहा गया है कि - योगश्चित्तवृत्त निरोधः अर्थात् चित्त की वृत्तियों का निरोध ही योग है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हृदय की प्रकृति का संरक्षण ही योग है। जो मनुष्य को समरसता की और ले जाता है। हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व को योग के प्रति एकजुट किया है आज संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य देशों में बड़े ही उत्साह के साथ योग दिवस मनाया गया है। योग भारत द्वारा विश्व को दिया गया एक अनुपम भेंट है और भविष्य में यह माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को विश्वगुरू बनाने की तरफ उठाए गए कदमों में से एक होगा। योग मनुष्य की समता और ममता को मजबूती प्रदान करता है। योग शरीर को तो स्वस्थ्य रखता ही है इसके साथ-साथ मन और दिमाग को भी एकाग्र रखने में अपना योगदान देता है। योग मनुष्य में नए-नए सकारात्मक विचारों की उत्पत्ति कर नकारात्मक प्रवृति में जाने से रोकता हैं। योग को हिन्दू धर्म, बौध्द धर्म और जैन धर्म में आध्यात्मिक दृष्टि से देखा जाता है। आज भागती दौड़ती जिंदगी में योग मनुष्य को अनेक बीमारियों से बचाता है और योग से हम कई बीमारियों का इलाज भी कर सकते हैं। श्रीमद्भागवत गीता में कई प्रकार के योगों का उल्लेख किया गया है। भगवद गीता का पूरा छठा अध्याय योग को समर्पित है।
योग को भारत के जन-जन से विश्व के मन तक पहुंचाने में देश के योग गुरूओं और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहम योगदान रहा है जिससे ने केवल भारतवर्ष बल्कि पूरे विश्व में योग के प्रति लोगों की रूचि बढ़ी है। योग मनुष्य में सकारात्मकता तो बढाता है ही, साथ ही साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढाता है। इसलिए लोगों को इस तनाव भरे जीवन से मुक्ति पाने के लिए योग करना चाहिए। और दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए। जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
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