गर्मी से जुलाई में मिलेगी राहत : उत्तर भारत मे मानसून 1 से 3 जुलाई के बीच
गोरखपुर। मौसम विभाग के अनुसार एक से तीन जुलाई के बीच मानसून उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में छा जाएगा। इसके बाद बाकी बचे हिस्सों में भी मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में पहुंच जाएगा। दिल्ली में छह या सात जुलाई तक मानसून के पहुंचने की उम्मीद मौसम विभाग व्यक्त कर रहा है।
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. केजे रमेश ने कहा कि अगले चौबीस घंटों के भीतर बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव क्षेत्र बन रहा है। इसके विस्तारित होने की संभावना है जिसका असर मानसून की प्रगति पर पड़ेगा। इस सिस्टम से एक से तीन जुलाई के बीच मानसून मध्य भारत के करीब-करीब सभी इलाकों में छा जाएगा। साथ ही उत्तर-पश्चिमी राज्यों के भी ज्यादातर इलाकों को कवर कर लेगा। अभी मानसून भोपाल, जबलपुर, सुल्तानपुर से लेकर लखीमपुरी खीरी और मुक्तेश्वर तक पहुंच गया है। रमेश ने कहा कि पिछले तीन-चार दिनों के दौरान मध्य भारत और पूर्व के हिस्से में मानसून सक्रिय है। बारिश अच्छी हो रही है। अब नए सिस्टम से इसे और गति मिलने की संभावना है।
अगला पड़ाव दिल्ली
दिल्ली के बारे में डॉ. रमेश ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दस्तक देने के बाद मानसून का अगला पड़ाव दिल्ली होता है। यदि तीन जुलाई तक मानसून पश्चिम उप्र में सक्रिय हो जाता है तो फिर अगले तो-तीन दिनों के भीतर यह दिल्ली भी पहुंच जाएगा।
34 फीसदी कम बारिश
मानसून में विलंब के कारण देश में अभी बारिश बहुत कम हुई है। पिछले सप्ताह तक यह कमी 43 फीसदी की थी। लेकिन शनिवार को यह घटकर 34 फीसदी रह गई। मध्य भारत में 36, पूर्वोत्तर में 35, उत्तर पश्चिम में 34 तथा दक्षिणी हिस्से में 30 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून का एक महीना बीतने को है। लेकिन अभी तक सिर्फ 104 मिमी बारिश हुई है जबकि यह 159 मिमी होनी चाहिए थी।
85 फीसदी भाग सूखे की चपेट में
अब तक के आंकड़ों को देखें तो देश के 85 फीसदी हिस्से में जरूरी मानसूनी बारिश नहीं हुई है। सिर्फ 15 फीसदी हिस्से में ही जरूरत भर की बारिश हुई है। मौसम विभाग ने देश को 36 संभागों में बांटा है। इनमें से 31 संभागों में कम बारिश हुई है। जबकि पांच संभागों में ही सामान्य बारिश हो पाई है। 31 में से तीन संभाग ऐसे हैं जहां बारिश की कमी 60 फीसदी से भी ज्यादा दर्ज की गई है। जबकि जिन पांच संभागों में ठीक बारिश हुई है, उनमें से सिर्फ एक ऐसा है जहां सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
विकास कार्य नहीं होने से नराज पार्षदों का हंगामा
गोरखपुर नगर निगम में शनिवार को पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। कभी मेयर सीताराम जायसवाल की गाड़ी के नीचे लेटकर तो कभी जमकर नारेबाजी कर पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन पर विपक्षी दलों के पार्षदों के वार्डों की उपेक्षा का आरोप लगाया।
बाद में सपा के महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम और कुछ अन्य नेताओं की अगुवाई में पार्षदों ने नगर आयुक्त से विभिन्न मुद़दों पर बात भी की। नगर आयुक्त ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया लेकिन फिलहाल पार्षदों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। पिछले कई दिनों गोरखपुर के विभिन्न वार्डों में विकास न होने का आरोप लगाते हुए पार्षद आंदोलित हैं। शुक्रवार को ही कांग्रेसी पार्षद संजीव सिंह सोनू ने विकास कार्यों की अनदेखी पर आत्मदाह की चेतावनी दे दी थी। पार्षदों का दल अनशन पर भी बैठा है जिसका नेतृत्व सपा पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी, कांग्रेस पार्षद संजीव सिंह सोनू और निर्दल पार्षद संजय यादव सहित कुछ गैर भाजपा पार्षद कर रहे हैं।
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