पुनः अखंड भारतवर्ष एवं विश्वगुरू बन
ने की परिकल्पना और ब्रिटिश मैगजीन के सर्वे में मोदी के सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री बनने पर विशेष
संपादकीय,
एक जमाने में जब अपना देश बृहद अखंड भारतवर्ष होता था तब वह दुनिया का गुरु कहा जाता था। एक समय वह भी था जब भारत वर्ष का साम्राज्य दुनिया के अधिकांश भागों में फैला हुआ था इसीलिए भारत वर्ष के राजा को चक्रवर्ती सम्राट कहा जाता था। इस देश में स्वामी विवेकानंद जैसे अवतारी लोग पैदा हो चुके हैं जो दुनिया में भारतवर्ष की छाप छोड़ कर यह बता चुके हैं कि भारत पहले भी विश्वगुरु था और आज भी विश्व गुरु है। मुगलकालीन शासन के बाद राजशाही और उसके बाद जन शाही आते आते बृहद अखंड भारत कई खंडों में विभक्त हो गया साथ ही साथ वहां की संस्कृति एवं रहने वाले संप्रदाय भी बदलते गए। जनशाही यानी लोकतंत्र की स्थापना होने के बाद बचा कुचा भारतवर्ष भारत-पाकिस्तान के रूप में खंडित हो गया और दोनों देशों की संस्कृति बदल गई। यह सही है कि आजादी मिलने के बाद हमारे देश में जितने भी प्रधानमंत्री आए उनमें एक से बढ़कर एक नगीने थे और देश को चांद से लेकर महासागर की तलहटी तक पहुंचा दिया है लेकिन दुनिया में देश को सिरमौर बनाने में कामयाब नहीं रहे है और हमारे देश को दुनिया की महा शक्तियों के सामने झुक कर चलना पड़ रहा था। आतंकवाद जैसी विभिन्न समस्याओं को लेकर हमें विश्व के आकाओं के सामने मदद के लिये शरणागत होना पता था।इसे 21वीं सदी का परिवर्तन ही कहा जाएगा कि पहली बार भारत दुनिया के आकाओं का आका बनने के करीब खड़ा हो गया है। यही कारण है कि एक ब्रिटिश मैगजीन द्वारा कराए गए एक सर्वे के आधार पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे ताकतवर आका घोषित किया गया है। इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार ताकत एवं तेवर के मामले में नरेंद्र मोदी का कोई जवाब नहीं है। इस समय विश्व की मीडिया जगत में यह सर्वे रिपोर्ट चर्चा का विषय बनी हुई है। इस पत्रिका के सर्वे रिपोर्ट पर अगर गौर किया जाए तो भारत एक बार फिर अपने विश्व गुरु के खोए गौरव को वापस लाने की तरफ तेजी से अग्रसर हो रहा है। भारत को विश्व के पटल पर एक ताकतवर निडर जनप्रिय राष्ट्र नायक के रूप में प्रस्तुत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी बधाई के पात्र हैं। वैसे 21वीं सदी उज्जवल भविष्य एवं युग परिवर्तन की परिकल्पना की जा रही है ऐसे में यह माना जा सकता है कि इस बदलाव के संवाहक प्रधानमंत्री मोदी बनने जा रहे हो। वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में लिए गए तमाम ऐतिहासिक अकल्पनीय निर्णय आज भारत को उच्च शिखर पर पहुंचाकर उन्हें आज दुनिया का सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री और घर में घुसकर मारने की धमकी जैसे महत्वपूर्ण घोषणाओं ने आज उन्हें दुनिया का सरताज बना दिया है। विश्व की महा शक्तियों में अग्रणी होने का मतलब हम पुनः विश्वगुरु बनने की उल्टी गिनती शुरू करने जा रहे हैं। हम इस अवसर पर अपने सभी पाठकों की तरफ से एक बार फिर अपने प्रधानमंत्री को दिल की गहराइयों से बधाई देते हैं। सभी जानते हैं कि कभी कभी देश के सामने राजनीति और राजनीतिक विचार गौड़ हो जाते हैं और राष्ट्र की अस्मिता प्रधान हो जाती है।
भोलानाथ मिश्र
सोमवार, 24 जून 2019
शक्तिशाली प्रधानमंत्री
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