पत्रकार व उसकी पत्नी पर ससुराल पक्ष ने किया सोते हुए जान से मारने की नीयत से हमला
तहरीर देने गये पत्रकारो से सम्बन्धित चौकी प्रभारी कुंवर सिंह व मुंशी गजेंद्र तथा होमगार्ड ने की बदतमीजी
आरोपी पक्ष से मिलीभगत कर चौकी प्रभारी महिला से तहरीर लेकर करा रहा है क्रॉस केस
गाजियाबाद,लोनी। एक तरफ योगी सरकार पत्रकारो के हित की बात करती है और दूसरी तरफ योगी की लोनी पुलिस पत्रकार पर हो रहे उत्पीड़न को अनदेखा कर पत्रकारो पर फैसले का बना रही है दबाब।
लोनी कोतवाली थाना क्षेत्र के त्यागी मौहल्ला विकास नगर में रह रहे पत्रकार विश्वनाथ त्यागी व उसकी पत्नी पर सुबह करीब 6 बजे सोते हुए दरवाजा तोड़कर ईंट पत्थरो व लाठी डंडो से जानलेवा हमला किया और कीमती कागजात ,जेवर व नकदी समेत सन्दूक (बक्सा) लूट लिया। पत्रकार ने दिनांक 01जनवरी 2014 को की थी लव मैरिज। उसी समय से पत्रकार व उसकी पत्नी को जान से मारने की फिराक में रहते है। सुबह जानकारी होने पर पत्रकार थाने पहुंचे। उससे पहले ही चौकी प्रभारी कुँवर सिंह ने आरोपी पक्ष की महिला से पत्रकार के खिलाफ ली तहरीर। जब पत्रकारो ने तहरीर दी तो चौकी प्रभारी ने रौब गांठते हुए कहा कि फैसला कर लो ,पत्रकार पर महिला आरोप लगा रही है ,आप नही जीत पाओगे। तहरीर रिसीव करने ,मुकदमा लिखने को किया चौकी प्रभारी ने इनकार।पत्रकारो के नाराज होने पर चौकी प्रभारी ने कराई तहरीर रिसीव और जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने को कहा। जब पत्रकार के मेडिकल की पर्ची बनी और होमगार्ड को मेडिकल कराने को कहा तो होमगार्ड ने मुंशी से कहा कि पत्रकार खुद मेडिकल करा लेंगे ,यह पत्रकारो की फौज क्या कर लेगी।अब सवाल उठता है कि क्या पुलिस का रवैया पत्रकारो के साथ सही है। जब पुलिस पत्रकार पर फैसले का दबाब बना सकती है ,तो आम नागरिक के साथ कितना न्याय होता होगा। जबकि पत्रकार के घर पर सोते हुए हमला हुआ है। पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी की गैर मौजूदगी में चौकी प्रभारी ,मुंशी व होमगार्ड के भ्र्ष्टाचार में लिप्त होने की बू आ रही है।
रवि चौहान-गाजियाबाद
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