लेम्प्स घोटाले मे दोषियो को करो सस्पेंड-आंजना
डूंगरपुर। जिले में वृहद कृषि बहुद्देश्यीय सहकारी समितियों (लेम्प्स) के माध्यम से कृषि ऋणमाफी में उजागर हुए घोटाले की जांच रिपोर्ट और कार्रवाई पिछले चार माह से ठण्डे बस्ते में थी।
आज 22जून को राज्य के सहकारिता विभाग के मंत्री उदयलाल आंजना ने शनिवार सुबह अधिकारियों की बैठक लेकर दोषियों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए और शाम होते-होते विभाग ने पांच व्यवस्थापकों सहित छह को निलंबित कर दिया और दो बैंक प्रबंधकों को चार्जशीट थमा दी।
पिछली सरकार की किसान कर्जमाफी योजना के बाद सहकारिता विभाग ने किसानों की कर्जमाफी की सूचियां ऑनलाइन जारी की थी। डूंगरपुर जिले में इन सूचियां में भारी गड़बडिय़ां उजागर हुई थी। सूचियों में कई ऐसे लोगों के नाम थे, जिन्होंने कर्ज लिया ही नहीं था और कई नाम ऐसे भी थे, जिन्होंने ऋण कम लिया, लेकिन माफी सूची में काफी अधिक राशि दर्शाई गई थी।
कर्जमाफी घोटाले को लेकर बोले मंत्री, कमेटी ने रिपोर्ट दे दी है तो दोषियों को करो सस्पेंड
सरकार के आदेश पर सहकारिता विभाग ने जिले के लेम्प्स की विस्तृत जांच कराई थी। इसमें 11 हजार 647 ऋण खाते पूरी तरह से फर्जी पाए गए थे। इतनी बड़ी अनियमितता के बावजूद विभाग की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी। सहकारिता मंत्री आंजना ने शनिवार को अधिकारियों की बैठक लेते हुए जांच व कार्रवाई की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
6व्यवस्थापक निलम्बित
धंबोला के ऋण पर्यवेक्षक देवेंद्र शर्मा को निलंबित किया। वहीं केंद्रीय सहकारी बैंक धंबोला के शाखा प्रबंधक मितार्थ श्रीमाली और सीमलवाड़ा शाखा प्रबंधक सोमालाल प्रजापत को नियम 16 सीसीए के तहत चार्जशीट दी है। इसी प्रकार गोवाड़ी लेम्प्स व्यवस्थापक नाहरसिंह गुलाबपुरा, गैंजी के बदामीलाल बरण्डा, जेठाणा के वासुदेव पाटीदार, दिवड़ा बड़ा के राजेंद्र भट्ट तथा पारड़ामेहता लेम्प्स व्यवस्थापक भंवरसिंह को निलंबित करने के आदेश जारी हुए।
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