खरसिया किडनी कांड में प्रशासनिक जांच
टांय टांय फिस्स कलेक्टर ने दिये नये निर्देश
रायगढ़ ! छत्तीसगढ़ में तहलका मचाने वाले खरसिया के किडनी कांड का सच अब तक सामने नहीं आ पाया हैं प्रशासनिक जांच समिती ने जो रिपोर्ट कलेक्टर को सौपी हैं वह नाकाफी हैं रिपोर्ट न केवल आधी अधूरी हैं बल्की कई महत्वपूर्ण बिंदुऔ पर तो जांच ही नही की गयी जिसको लेकर कलेक्टर यशवंत कुमार ने नये दिशा निर्देश जारी किये हैं जिसमें बायोप्सी रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है विदित हैं की इस मामले के वनांचल हास्पिटल में श्रीमती सुमित्रा पटेल के पथरी के ऑपरेशन के दौरान बिना अनुमति के किडनी निकाल ली गयी थी हंगामा मचने पर इसकी जांच के निर्देश दिए गये थे । साथ ही कलेक्टर ने किडनी कहां-कहां जांच के लिए गई तथा वर्तमान में कहां रखी गयी है, कि भी जानकारी मांगी गयी हैं इसके लिये अपर कलेक्टर सुखनाथ अहिरवार को निर्देश जारी किये गये है। उल्लेखनीय है कि खरसिया एसडीएम गिरीश रामटेके के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम बनायी गई थी जिसका जांच प्रतिवेदन संतोषजनक नहीं पाया गया, इसमें अनेक कमियां पायी गयी कलेक्टर ने समिति द्वारा प्राप्त प्रतिवेदन का अवलोकन करने के पश्चात समिति को निर्देश किया है। एक तरह से सौ दिन चले अढ़ाई कोस की तरह यह जांच रिपोर्ट भी साबित हुयी हैं जिसको लेकर प्रशासन स्वयं ही दुविधा में हैं स्थिती स्पष्ट नहीं होने से वह कुछ करने मेंअसमर्थ हैं ।एक तरह से अति संवेदनशील मामले में अब तक की गयी यह सरकारी कवायद प्रशासनिक लापरवाही का जीता जागता उदाहरण हैं ।
रमेश पत्रकार
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