जुड़वां मासूम बच्चों की हत्या के एक आरोपी ने जेल में फांसी लगा की खुदकुशी
सतना।चित्रकूट के जुड़वां मासूम बच्चों की अपहरण के बाद हत्या करने के मामले में बंदी बनाए गए 6 में से एक आरोपी रामकेश पिता रामशरण यादव ने आज सुबह लगभग सवा ग्यारह बजे सेंट्रल जेल के हनुमानजी की मंदिर में बाहर निकले एक राड में गमछे से फांसी लगा आत्महत्या कर ली। जेल अधीक्षक महेंद्र सिंह ने नेजा से हुई बातचीत में बताया कि जिस वक्त यह घटना हुई उस समय जेल के सभी बंदी भोजन लेने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच एक बंदी की नजर हनुमानजी के मंदिर पर पड़ी तो वहां आरोपी रामकेश यादव मंदिर में निकली राड में गमछे से लटकता दिखा। इस आशय की सूचना मिलते ही आनन-फानन आरोपी को फंदे से उतरवाया गया और जेल हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. गुप्ता के सुपुर्दगी में दिया गया। आरोपी की नाजुक हालत देख डॉक्टर गुप्ता ने उसे जिला चिकित्सालय के लिए तत्काल रेफर कर दिया। नाजुक हालत में एम्बुलेंस से लगभग 11:50 बजे जिला चिकित्सालय पहुंचे आरोपी रामकेश यादव को देखने के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जेल अधीक्षक ने कहा कि चित्रकूट में मासूम बच्चों की हत्या के उपरोक्त आरोपीगण जबसे जेल आए तबसे फांसी की सजा को लेकर उनके अंदर खुराफाती दिमाग चल रहा था। बंदी ने ऐसा कदम क्यों उठाया ? फिलहाल इस सवाल का संतोषजनक जबाब जेल अधीक्षक नहीं दे पाए।
ओपी तीसरेuniversalexpress. Page
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