भारतीय तटो के नजदीक पहुंचा फानी
अत्यंत भीषण रूप ले चुका चक्रवाती तूफान फ़ानी भारत के पूर्वी तटों के काफी करीब आ गया है।
दिल्ली , पश्चिमी उत्तर प्रदेश , हरियाणा में तूफान फानी के कारण तेज आंधी , हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा , कुछ जगहों पर 80 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की सम्भावना ।
बृहस्पतिवार को तूफान फ़ानी ओड़ीशा के पुरी से लगभग 400 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में बंगाल की खाड़ी में था। विशाखापत्तनम से यह लगभग 200 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में पहुँच गया है। इस तूफान से सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले राज्यों में तीसरा राज्य है पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल के दिघा से तूफान फ़ानी अभी भी लगभग 600 किलोमीटर दूर है।तूफान फ़ानी उत्तर-उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए बृहस्पतिवार की रात तक ओड़ीशा के और करीब पहुँच जाएगा। आज रात से तूफानी हवाएँ ओड़ीशा के तटों पर तांडव शुरू कर देंगी साथ ही मूसलाधार बारिश भी देखने को मिलेगी। 3 मई को ओड़ीशा के सभी भागों में बारिश बढ़ जाएगी। हालांकि तटीय इलाकों पर जोखिम सबसे ज़्यादा है। यहाँ मूसलाधार बारिश ना सिर्फ बाढ़ का कारण बनेगी बल्कि तूफानी हवाओं की चपेट में आने से कच्चे मकान और झोंपड़े नष्ट हो सकते हैं।ओड़ीशा के तटीय भागों में कल दोपहर को जब तूफान प्रवेश करेगा, तब तटीय हिस्सों पर भारी वर्षा शुरू हो जाएगी। इसी दौरान ओड़ीशा के आंतरिक हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी।
चक्रवाती तूफान फ़ानी 4 मई को पश्चिम बंगाल की तरफ चला जाएगा जिससे बारिश भी पश्चिम बंगाल में तेज़ हो जाएगी। इसके बाद 5 मई तक यह पूर्वोत्तर राज्यों की ओर पहुंचेगा यह सिस्टम। इस दौरान कमजोर हो जाएगा। हालांकि कमजोर होने के बाद भी पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश इसके कारण देखने को मिलेगी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ।universalexpress.page
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.